मेडिकल कालेज में जूनियर डॉक्टरों ने एक संविदा नर्स के साथ न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इससे नाराज नर्सों ने इलाज ठप कर एसआईसी कार्यालय व ट्रॉमा सेंटर के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके चलते साढ़े पांच घंटे तक इलाज प्रभावित हुआ।

मेडिसिन वार्ड में तीमारदार साढ़े तीन बजे गंभीर रूप से बीमार एक मरीज को लेकर पहुंचे। उस समय नर्स मरीजों को इंजेक्शन व ड्रिप लगा रही थी। इसी दौरान जूनियर डॉ. चंद्रमौली ने नर्स से कार्बन पेपर लाने को कहा पर व्यस्तता के चलते नर्स ने असमर्थता जता दी।
आरोप है कि इसके बाद जूनियर डॉक्टर ने नर्स के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। एक तीमारदार ने जब हस्तक्षेप किया तो डॉक्टर ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। सूचना पाते ही अन्य नर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ उग्र हो गए। उन्होंने इलाज ठप कर संयुक्त आउट सोर्सिंग संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री सूरज गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष शालिनी मिश्रा की अगुआई में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उधर, इलाज प्रभावित होता देख कुछ तीमारदार मरीज को लेकर प्राइवेट अस्पताल में चले गए। सूचना पाकर प्राचार्य डॉ गणेश कुमार, मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ महिम मित्तल, डॉ. राजकिशोर सिंह भी पहुंच गए। प्राचार्य ने कहा कि वह इसकी जांच कराएंगे। अगर जूनियर डॉक्टर दोषी पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। उनके आश्वासन पर नर्स रात नौ बजे काम पर लौट आईं।