महिला ग्रामप्रधान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई आवाज़, अधिकारी को दी चेतावनी ।
उत्तर प्रदेश : राजनीति के भ्रमजाल में फंस कर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गंदगी कहाँ तक फैली है, हर व्यक्ति अपने स्तर पर दूसरे को मूर्ख बना कर अपनी दुकान चला रहा है , अगर कोई ईमानदार इन लकड़बग्घों मे फंस कर न्याय की गुहार लगा भी रहा है तो उसकी आवाज दबा दी जाती हैं, एैसे ही भ्रष्टाचार के आरोपी लेखपाल की शिकायत करने वाली ग्राम पंचायत मिरतला की प्रधान राजकुमारी कार्रवाई न होने से आहत हैं। शनिवार को उन्होंने डीएम को पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार बहुत है, अब अगर अधिकारियों ने उनकी शिकायत नहीं सुनी तो इस्तीफा दे देंगी।प्रधान का आरोप है कि पात्र ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। लेखपाल मनमाने तरीके काम कर रहा है। ग्रामीण उनसे शिकायत कर रहे हैं, लेकिन प्रधान होने के बाद भी वे मदद नहीं कर पा रही हैं। प्रधान राजकुमारी ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है।
प्रधान का आरोप है कि उनके गांव में तैनात लेखपाल उच्च अधिकारियों के रहमोकरम पर भ्रष्टाचार कर रहा है। मनरेगा मजदूरों का आय प्रमाण पत्र बनाने में मनमानी कर रहा है। जिन लोगों की आय अधिक है उनके कम आय का प्रमाण पत्र बना रहा है। उगाही के लिए दबाव बनाता है। दो बार जिलाधिकारी से कर चुकी हैं शिकायत
ग्राम प्रधान ने बताया कि दो बार तत्कालीन डीएम सत्येंद्र कुमार से 30 जून 2021 और 06 अक्तूबर को शिकायत कर चुकी ह्रूं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई है। अब नए जिलाधिकारी मनोज कुमार से भी मामले को लेकर शिकायती पत्र भेजा है।
मामले को लेकर जानकारी नहीं हैं। अगर महिला ग्राम प्रधान को शिकायत है तो मामले की जांच कराई जाएगी। भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने पर लेखपाल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – जितेंद्र सिंह, उपजिलाधिकारी सदर