UP लखनऊ: अपने लिए तो सभी जीते हैं , नाम वो कर जाते हैं जिनके इरादे मज़बूत हो और दूसरों के लिए जीने की लगन और कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो ऐसे लोगों के सम्मान के हक़दार है,
फेमस पत्रिका “फेमिना” ने सबसे ही लोगों को अपनी पत्रिका मे जगह दे कर सम्मानित किया अपने लेटेस्ट एडिशन में देश की 40 ऐसी महिलाओं की सूची जारी की है जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देते हुए लाखों लोगों को प्रेरित किया है. इस सूची में लखनऊ की पॉलोमी पाविनी शुक्ला भी शामिल की गई हैं
लंबे अरसे से अनाथ बच्चों को समान अधिकार दिलाने और उनके हित की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जनहित याचिका लड़ने के लिए उन्हें यह सम्मान मिला है.
अनाथ बच्चों (Orphan Children) पर उनके द्वारा अपने भाई अमंद शुक्ला के साथ संयुक्त रुप से लिखी पुस्तक ” Weakest on earth – Orphans of India” और उनके परिश्रम द्वारा कई राज्यों में अनाथ बच्चों हेतु नीतिगत बदलाव आए हैं, जिनमें अनाथ बच्चों के लिए आरक्षण, बजट वृद्धि आदि सम्मिलित हैं. इस सूची में उत्तर प्रदेश से पॉलोमी पाविनी शुक्ला के अलावा मात्र एक और महिला सम्मिलित हैं, फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा
देश भर की 40 महिलाओं की इस सूची में अन्य विख्यात महिलाएं भी शामिल की गई हैं, जैसे टोक्यो ओलंपिक्स में देश को गौरान्वित करने वाली रानी रामपाल व मीराबाई चानू, सुप्रीम कोर्ट में हाल ही में आईं तीन न्यायमूर्ति, इसरो के मंगलयान मिशन की महिला वैज्ञानिक, स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी, महुआ मोइत्रा, पी वी सिंधु, बरखा दत्त, आलिआ भट्ट, मसाबा गुप्ता, भूमि पेडनेकर, नीता अम्बानी, कोनेरू हम्पी शामिल हैं
अनाथ बच्चों के लिए कार्यरत पॉलोमी पाविनी शुक्ला को पूर्व में भी सम्मानित किया जा चुका है. हाल ही में विख्यात अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका “फोर्ब्स” ने (Forbes Magazine) भी अपनी “30 Under 30” सूची में उन्हें सम्मिलित किया था. यह सूची 30 ऐसे व्यक्तियों की है जो 30 वर्ष से कम आयु के हैं और जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अहम योगदान दिया है.