यूपी सरकार के बीच हुई चूक,मुख्यमंत्री हुए पैदल, विपक्ष ले रहा मजे।
उत्तर प्रदेश, मंगलवार 16 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के लिए पहुंचे थे। लोकार्पण के दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। पीएम मोदी के हवाई जहाज से उतरने के बाद वहां पर मुख्यमंत्री योगी को थोड़ी दूर तक पैदल चलना पड़ा। जहां पर योगी खड़े हुए थे, वहां से कुछ दूर प्रधानमंत्री का क़ाफ़िला रुका। सीएम योगी, काफिले के साथ पैदल चलते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब हवाई पट्टी पर पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए खड़े यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को कुछ दूर पैदल चलना पड़ा।समाजवादी पार्टी के नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उस पर तंज कस दिया। इसके बाद आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी उसी वीडियो को ट्विटर पर डाल दिया। सुरक्षा एजेंसी के एक पूर्व अधिकारी कहते हैं, ऐसा अमूमन होता नहीं है। पीएम की यात्रा से संबंधित प्रोटोकॉल आदि पहले से ही तय होते हैं। रिहर्सल भी होती है। संभव है कि प्रोटोकॉल को लेकर स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ‘एसपीजी’ और यूपी सरकार के बीच कहीं कोई चूक हुई हो।इसी कार्यक्रम का एक वीडियो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सीएम योगी पर तंज कस दिया। उन्होंने लिखा, तुमने हमारी आवभगत का अच्छा सिला दिया, जनता से पहले तुमने ही हमें ‘पैदल’ कर दिया। बड़े बेआबरू होकर इन सड़कों से हम गुजरे…।
इससे पहले अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के सांकेतिक उद्घाटन करने की फोटो भी ट्वीट की थी। उन्होंने लिखा, ‘फीता आया लखनऊ से और नई दिल्ली से कैंची आई, सपा के काम का श्रेय लेने को मची है ‘खिचम-खिंचाई’। आशा है अब तक अकेले में बैठकर लखनऊ वालों ने ‘समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ की लंबाई का आंकड़ा रट लिया होगा। सपा ‘बहुरंगी पुष्पवर्षा’ से इसका उद्घाटन करके एकरंगी सोच वालों को जवाब देगी।
सुरक्षा एजेंसी के पूर्व अधिकारी बताते हैं, प्रधानमंत्री मोदी जब हवाई जहाज से उतरते हैं तो वहां एसपीजी प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ता है। अभी तक जितने भी दौर होते हैं, एसपीजी द्वारा वह जगह तय की जाती है, जहां पर प्रधानमंत्री की अगवानी करने वाले लोग खड़े होते हैं। कई मौकों पर हवाई जहाज के बहुत करीब ही वह जगह निर्धारित की जाती है। अमूमन, अगवानी करने की जगह को बदला नहीं जाता। कौन कहां पर खड़ा होगा, पीएम की गाड़ी कहां पर रुकेगी, इसमें एक फ़ीट का बदलाव भी संभव नहीं होता। केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही ऐसा संभव हो सकता है।
सामान्य परिस्थितियों में प्रधानमंत्री की अगवानी करने के लिए जो लाइन तय की जाती है, वही बनी रहती है। बाकायदा उसके लिए रिहर्सल भी होती है। एसपीजी के अलावा यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी के पास वह ब्यौरा रहता है। ये देखने वाली बात है कि यहां पर सीएम योगी को पैदल क्यों चलना पड़ा। आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीटर पर लिखा, 24 करोड़ की आबादी वाले देश के सबसे बड़े सूबे यूपी के सीएम योगी जी को पैदल कर दिया। संजय सिंह ने लिखा, ये तो बिलकुल ही अपमान है। मोदी जी खुद तो आप आलीशान गाड़ी में बैठ गये और हमारे मुख्यमंत्री जी को सड़क पर अकेला छोड़ दिया।