अमृतसर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जलियांवाला बाग में हुए सौंदर्यीकरण के कार्य का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम शुरू हो गया है। कार्यक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री, राज्यपाल के अलावा केंद्रीय मंत्री भी जुड़ेंगे। वरिष्ठ भाजपा नेता श्वेत मलिक को कार्यक्रम में मौके पर पहुंचना था, लेकिन किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने अपना कार्यक्रम रद कर दिया। वह भी वर्चुअल तरीके से कार्यक्रम से जुड़ेंगे। कार्यक्रम में किसी तरह की व्यवधान न पड़े इसके लिए जलियांवाला बाग के इर्द गिर्द सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है।
कार्यक्रम के विरोध के लिए किसान संगठन सुबह से ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ किसान प्रदर्शनकारियों ने जलियांवाला बाग की ओर बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें घी मंडी चौक के पास ही रोक दिया। किसानों ने हाल गेट के बाहर प्रदर्शन किया। किसानों ने जलियांवाला बाग जाने वाली सभी रास्तों को बंद कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस कार्यक्रम में किसी भी भाजपा नेता को जाने नहीं दिया जाएगा। किसानों द्वारा दिए गए धरने के बाद राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक ने कार्यक्रम में जाने का प्रोग्राम भी रद कर दिया, वह वर्चुअल उद्घाटन समारोह से जुड़ेंगे।
मलिक का कहना है कि वो अब घर से ही वर्चुअली उद्घाटन समारोह से जुड़ेंगे। वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों को यह भी सूचना मिली थी कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर भी जलियांवाला बाग पहुंचने वाले हैं। हालांकि पुलिस ने उन्हें इससे इन्कार किया है, लेकिन किसानों का कहना है कि जब तक प्रधानमंत्री का ये कार्यक्रम खत्म नहीं होता, वह धरने पर बैठे रहेंगे। कार्यक्रम शुरू होने से कुछ ही मिनट पहले जलियांवाला बाग की तरफ आ रहे किसानों को पुलिस ने रोका। इस दौरान हल्की झड़प हुई। पुलिस ने बलपूर्वक किसानों को यहां से हटाना चाहा, पर वे नहीं माने। ऐसे में पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया और किसानों को दो बसों में भरकर ले गए।
बता दें, जलियावाला बाग के द्वार 14 माह बाद खुल रहे हैं। 20 करोड़ की लागत से जलियांवाला बाग का सौंदर्यीकरण किया गया है। उद्घाटन के बाद लाइट एंड साउंड कार्यक्रम होगा। शाम को जलियांवाला बाग जगमगा उठेगा। शहीद स्थली की आभा देखते ही बनेगी। कार्यक्रम से पूर्व जलियांवाला बाग में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पंजाब पुलिस ने प्रवेश द्वार के पास बसें खड़ी कर रास्ता बंद कर दिया गया है।
ये किया गया है काम
- जलियांवाला बाग-लाइट एंड साउंड के साथ एक डिजिटल डाक्यूमेंट्री तैयार की गई है, ताकि लोगों को जलियांवाला बाग नरसंहार के बारे में पूरी जानकारी मिल सके। यहां पर 80 लोगों के बैठने की क्षमता है।
- शहीदी कुएं को रेनोवेट किया गया है। कुएं के इर्द-गिर्द गैलरी बनाई गई है। इससे कुएं को गहराई तक देखा जा सकता है। सभी गैलरियों को पूरी तरह से वातानुकूलित किया गया है।
- जिस दीवार पर गोलियों के निशान लगे थे, उन्हें इस तरह सुरक्षित किया गया है, ताकि आने वाले कई सौ सालों तक इनको क्षति न पहुंचे।
- जिस गली से अंग्रेज जलियांवाला बाग के अंदर घुसे थे, वहां पर शहीदों की प्रतिमाएं बनाई गई हैं, ताकि बाग में जाने वाले लोगों को शहादत के बारे में पता चल सके।
- पूरे बाग में सुंदर लाइटिंग की गई है।
- अभी दूसरे चरण का काम भी शुरू होना है। इस दौरान पाथ वे बनाया जाएगा।