केंद्र ने घटाया टैक्स तो यूपी में भी कम हुए पेट्रोल और डीज़ल के दाम।
उत्तर प्रदेश : केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी मे की कटौती, जिसके बाद से पेट्रोल और डीज़ल के दाम मे कुछ कमी आई है, केंद्र के इस ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी सूबे की जनता को बड़ी राहत दी है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में पेट्रोल और डीजल के दामों में 12 रुपए प्रति लीटर की कटौती का फैसला लिया है.
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल, दोनों पर प्रति लीटर 12 रुपए की कटौती का फैसला लिया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने ये फैसला केंद्र सरकार के उस फैसले के बाद लिया है, जिसमें केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में प्रति लीटर पांच और 10 रुपए कम करने का फैसला लिया था
केंद्र सरकार के फैसले के बाद कई राज्यों ने भी दाम कम किये है, बुधवार को केंद्र सरकार ने फैसला लिया कि पेट्रोल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में पांच रुपए प्रति लीटर और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी पर 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की जाएगी. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसका स्वागत किया. वहीं कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र के ऐलान के बाद अपने-अपने राज्यों में पेट्रोल पर लगने वाले वैट (VAT) में भी कटौती का ऐलान किया.
केंद्र के फैसले के बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती का ऐलान करने वालों की सूची में उत्तराखंड, त्रिपुरा, कर्नाटक, गुजरात, मणिपुर और असम के नाम भी शामिल हैं. एक तरफ जहां सत्तारूढ़ बीजेपी के नेता केंद्र द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम करने के फैसले का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल इसे नाटक करार दे रहे हैं। अब ये तो वक्त बताएगा कि पेट्रोल के दामों में कटौती का यूपी चुनाव में कितना असर देखने को मिलेगा ?
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने केंद्र के फैसले को नाटक बताया है. उनका कहना है कि पेट्रोल के दामों में 5 रुपए की कटौती नाटक है और केंद्र सरकार को दामों में 50 रुपए की कटौती करनी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने कहा कि सरकार थोड़े दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीम में फिर इजाफा कर देगी.
वहीं राजनीतिक जानकार इसे उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले एक बड़ा कदम बता रहे हैं. जानकारों की मानें तो केंद्र के बाद उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कीमतों में भारी गिरावट का ऐलान करने का सीधा असर राज्य में अगले साल होने वाले चुनावों में भी देखने को मिल सकता है.