विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जमाली का पार्टी छोड़ना, बसपा के लिये करारा झटका।
लखनऊ- आजमगढ़ की मुबारकपुर सीट से बहुजन समाज पार्टी के विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया,जमाली ने बसपा की अध्यक्ष मायावती को गुरुवार को दिये इस्तीफे में आपसी अविश्वास को पार्टी छोड़ने की मुख्य वजह बताया है। सूत्रों के अनुसार जमाली जल्द ही समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थाम सकते हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जमाली का पार्टी छोड़ना, बसपा के लिये करारा झटका माना जा रहा है। बुधवार को आजमगढ़ की ही सगड़ी विधानसभा सीट से बसपा की विधायक वंदना सिंह ने भी पार्टी छोड़ कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
उल्लेखनीय है कि जमाली ने बसपा के टिकट पर मुबारकपुर सीट से 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इस्तीफे में उन्होंने मायावती के प्रति आभार व्यक्त करते हुये गत 21 नवंबर को उनके साथ बैठक के दौरान व्यक्त किये गये अविश्वास से खुद को आहत बताया।
जमाली ने कहा कि पार्टी ने उन्हें दो विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में टिकट देकर उन पर भरोसा जताया था, लेकिन पिछली बैठक के बाद उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि पार्टी प्रमुख के उनके प्रति विश्वास में खासी कमी आयी है। इससे आहत होने को मुख्य वजह बताते हुये जमाली ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने की बात कही है।
आजमगढ़ के मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जमाली राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं । बसपा अध्यक्ष ने इसी साल शाह आलम को पार्टी विधायक दल का नेता नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने मायावती पर ही दोष लगाते हुए चुनाव से पहले पार्टी और विधायकी दोनों छोड़ दिया है। शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के पास कुल करीब 118 करोड़ की संपत्ति है। 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान मुबारकपुर से पर्चा दाखिल करते हुए शाह आलम ने जो अपनी संपत्ति घोषित की थी, वह 54 करोड़ रुपये थी। लेकिन, जब वे 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम के खिलाफ उम्मीदवार बने तो उनकी संपत्ति 70.3 करोड़ रुपये हो चुकी थी। शाह आलम विधायकी के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन के कारोबार से भी जुड़े रहे हैं और उनकी पत्नी शाहीन आलम रीटेल के बिजनेस से जुड़ी रही हैं। 2014 से 2017 के बीच में उनकी पत्नी की संपत्ति भी 79 लाख से बढ़कर 3.5 करोड़ रुपये की हो गई थी।