मानसून सत्र के तीसरे दिन भी जारी रहा हंगामा, लोकसभा में राष्ट्रीय खेल शासन बिल पेश

अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन बिहार के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभ्यास और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा लगातार नारेबाजी के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने भी बुधवार को संसद के बाहर बिहार के एसआईआर मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तृत चर्चा 29 जुलाई को राज्यसभा में निर्धारित की गई है, जिसके लिए 16 घंटे का समय आवंटित किया गया है।
लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर बुधवार को भी सदन में हंगामा किया, जिसके कारण दो बार के स्थगन के बाद कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में बुधवार को सरकार ने एक विधेयक पेश किया जिसके प्रावधानों के दायरे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी आएगा तथा इसमें भले ही बीसीसीआई की स्वायत्तता को बरकरार रखा गया है किंतु उससे जुड़े विवादों का निस्तारण राष्ट्रीय पंचाट के जरिये करवाने का प्रस्ताव है। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने इन प्रावधानों वाला सदन में राष्ट्रीय खेल शासन विधेयक, 2025 पेश किया।
खेलों में डोपिंग रोधी उपायों को बढ़ाने के उद्देश्य से बनाए गए एक कानून में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के सुझावों के मुताबिक बदलाव शामिल करते हुए एक संशोधन विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया गया। खेल मंत्री मनसुख मांडिवया ने सदन में राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक, 2025 पेश किया।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव ने बुधवार को लोकसभा में दावा किया कि पिछले 11 वर्षों में बिहार को एक भी नई ट्रेन नहीं मिली, जबकि केंद्र में राजग की सरकार लाने में इस प्रदेश की बड़ी भूमिका है। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के लिए पांच नई ‘अमृत भारत’ रेलगाड़ियां चलाई हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करने वाले सांसदों पर निर्णायक कार्रवाई की चेतावनी देते हुए बुधवार को नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे सड़कों का आचरण संसद के भीतर कर रहे हैं, जबकि वो ‘माननीय’ हैं और उनका व्यवहार ‘माननीय’ जैसा ही होना चाहिए।