प्रियंका गांधी ने अमित शाह के बयान को बताया जुमलेबाजी को राजनीति ,
उत्तर प्रदेश : लखनऊ विधानसभा चुनाव से पहले आरोप और प्रत्यारोप का प्रचलन जारी है, विपक्ष कोई मौका नही गंवा रहा केंद्र सरकार को निशाना बनाने में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में अपराध की कुछ घटनाओं को लेकर शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह ‘गहने लादकर निकलने’ वाला जुमला देते हैं, लेकिन ये तो राज्य की महिलाओं को ही पता है कि उन्हें रोज किस तरह की चीजों से जूझना पड़ता है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “देश के गृह मंत्री जी ‘गहने लादकर निकलने’ वाला जुमला देते हैं, लेकिन ये तो उत्तर प्रदेश की महिलाओं को ही पता है कि उन्हें रोज किस तरह की चीजों से जूझना पड़ता है. इसलिए ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ जरूरी है. ताकि राजनीति में और सुरक्षा से जुड़ी नीतियां बनाने में महिलाओं की भागीदारी बढ़े.’
कांग्रेस महासचिव ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देंगी. इसी दौरान उन्होंने ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा दिया था. उन्होंने जोर देकर यह भी कहा था कि हम चाहते हैं कि महिलाएं राजनीति में सत्ता में पूरी तरह से भागीदार बनें. उन्होंने कहा कि महिलाएं अगर समाज में बदलाव चाहती हैं तो वे राजनीति में आएं और कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ें.
गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति की तारीफ करते हुए कहा था कि आज 16 साल की बच्ची भी गहने लेकर रात 12 बजे भी उत्तर प्रदेश की सड़कों पर चल सकती है. शाह ने लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य में 2017 से पहले माफिया दिखाई देते थे. हर जिले में एक दो माफिया थे. लेकिन योगी सरकार बनने के बाद राज्य से माफिया गायब हो गए हैं और अब खोजने से भी माफिया नहीं मिलते हैं.
इसके अलावा गृह मंत्री ने कहा था कि राज्य में जो वादे बीजेपी सरकार ने जनता से 2017 के चुनाव के वक्त किए थे, उसमें 90 फीसदी से ज्यादा वादों को योगी सरकार ने पूरा किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दो महीने बचे हैं और सरकार अगले दो महीने में अपने 100 फीसदी वादे पूरे कर देगी.