Breaking
अमेरिका की धमकियों के बावजूद रूस से तेल व्यापार जारी रखेगा भारतओवल टेस्ट में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत, सीरीज 2-2 से बराबरट्रंप ने लगाया भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ, कहा टैरिफ अमेरिका को फिर से महान और समृद्ध बना रहाIAS संजय प्रसाद सीएम योगी के क्यों हैं इतने विश्वासपात्र ,जाने कौन सी बड़ी जिम्मेदारी मिली?एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के 4थे टेस्ट में अंशुल कंबोज का डेब्यू, बने भारत के 318वे टेस्ट प्लेयरमानसून सत्र के तीसरे दिन भी जारी रहा हंगामा, लोकसभा में राष्ट्रीय खेल शासन बिल पेशउपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लिया अचानक इस्तीफाAxiom 4 Space Mission: लखनऊ के शुभांशु शुक्ला हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवानाकहीं ये वर्ल्ड वॉर की दस्तक तो नहीं? ईरान ने किया अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला११वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का एस.एम.एस में आयोजन
Breaking Newsउत्तर प्रदेशराज्य

समाजवादी में विलय को तैयार चाचा की बेल जन्मदिन पर भी नही चढ़ती दिख मुंडेर ।

लखनऊ : नेता जी का 83 वें जन्मदिन पर आज होगा कुछ खास, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आज जन्मदिन है, लेकिन 83वें जन्मदिन पर भी उनके भाई और बेटे के बीच 36 का आंकड़ा सुलझने का नाम नहीं ले रहा है.उम्मीद की जा रही शायद आज मामला निपट सकता है चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव में गठबंधन अब ठंडे बस्ते में चला गया है. खबरें आ रही थीं कि शिवपाल अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय करा लेंगे या फिर गठबंधन हो जाएगा. इस बात का एलान मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर होना था, लेकिन अखिलेश इस बात के लिए तैयार नहीं है.
शिवपाल सिंह यादव ने सैफई में कल ही कवि सम्मेलन का आयोजन किया लेकिन अखिलेश इसमें भी नहीं पहुंचे. शिवपाल यादव आज सुबह सैफई के चंदगीराम स्टेडियम में मुलायम के जन्मदिन पर दंगल करा रहे हैं. लेकिन अखिलेश इस दौरान लखनऊ में ही रहेंगे. लखनऊ ऑफिस में अखिलेश केक काट कर जन्मदिन मनाएंगे.
साल 2017 में कई महीनों की खटपट के बाद यादव कुनबे में फूट पड़ गई थी. शिवपाल और अखिलेश के रास्ते अलग हो गए थे. पहले तो समाजवादी पार्टी पर कब्जे की लड़ाई हुई और बाद में शिवपाल यादव ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई थी. इसके बाद से ही अखिलेश और शिवपाल में मनमुटाव है.
शिवपाल बार-बार विलय और गठबंधन की संभावना की बात कहते रहे हैं. हाल ही में चाचा-भतीजे अपनी-अपनी रथयात्रा लेकर मैदान में हैं. शिवपाल सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा को लेकर यूपी में घूमे हैं तो अखिलेश यादव विजय यात्रा को लेकर यूपी की सत्ता पर दांव ठोंक रहे हैं.

Related Articles

Back to top button