डीएम की ओर से सुनवाई किए जाने का यह तरीका बना चर्चा का विषय
बहराइच: जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र की लोग जम कर प्रशंसा कर रहे हैं सुनवाई के दौरान एक विकलांग की सुनने के लिए अपनी कुर्सी छोड़ दी उन्होने कलेक्ट्रेट में जन सुनवाई के दौरान लोक सेवक की वास्तविक परिभाषा को मूर्त रूप दे दिया। अपनी फरियाद लेकर आए एक दिव्यांग को सीढ़ियां चढ़ते देख जिलाधिकारी अपने कक्ष से निकल कर दौड़ते हुए सीढ़ियों पर ही उस दिव्यांग से मिलने पहुंचे, इससे न केवल कलेक्ट्रेट कर्मी हतप्रभ रह गए, बल्कि अचानक अपने सामने डीएम को खड़ा देख दिव्यांग उन्हें एक पल अपलक निहारता रहा।वास्तव में बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र कलेक्ट्रेट स्थित अपने कक्ष में जनसुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने देखा दोनों पैरों से दिव्यांग प्रार्थना पत्र लिए के आने को जद्दोजहद कर रहा है। उसकी तकलीफ डीएम से देखी नहीं गई, और वह जन सुनवाई को बीच में ही छोड़कर कक्ष से निकल पड़े। यह देख अन्य कर्मी भी उनके पीछे-पीछे चल पड़े, अफसरों को डीएम का अचानक बदला रुख समझ में नहीं आ रहा था। तब तक डीएम दौड़ते हुए सीढ़ियों पर ही दिव्यांग के पास पहुंच चुके थे। उन्होंने दिव्यांग से प्रार्थना पत्र हाथ में लिया और समस्या पूछी। डीएम को अपने सामने पाकर दिव्यांग भी हतप्रभ था।
हुजूरपुर थाने के बड़ा गांव के मजरे तमोलीपुरवा निवासी तुलसीराम उर्फ लेंगड़ पुत्र सुंदरलाल ने बताया कि कुछ लोग उसके खेत में जबरन रास्ता कायम करते हुए उस पर पक्का निर्माण कर रहे हैं। उसने प्रकरण में राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम से जांच कराकर उचित कार्यवाई कराये जाने की मांग की। इस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। डीएम की ओर से सुनवाई किए जाने का यह तरीका यहां चर्चा का विषय रहा है।