LUCKNOW : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महंत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को प्रयागराज में उनके बाघंबरी मठ स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि इस दुखद घटना से हम सब व्यथित हैं।उन्होने कहा दोषियों को बहुत जल्द सामने पेश किया जायेगा ।
यह हमारे आध्यात्मिक और धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। मान अपमान की चिंता के बगैर उन्होंने प्रयागराज कुंभ को भव्यता के साथ आयोजित करने में योगदान दिया था। समाज और देश के हित में किए जाने वाले हर निर्णय में उनका सहयोग प्राप्त होता था।
सीएम योगी ने आगे कहा कि कल की घटना को लेकर बहुत से साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं। पुलिस की एक टीम, यहां के एडीजी जोन, आईजी रेंज और डीआईजी प्रयागराज, मंडलायुक्त प्रयागराज सभी अधिकारी एकसाथ मिलकर इस काम को आगे बढ़ा रहे हैं। एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा और दोषी को अवश्य सजा मिलेगी।
उनके शिष्यों, अनुयायियों और अखाड़ा से जुड़े पदाधिकारियों की राय है कि आज जनता के दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर बाघंबरी पीठ पर रहेगा। कल 5 सदस्यीय टीम पार्थिव शरीर के पोस्टमार्टम की कार्रवाई सम्पन्न करेगी। उसके बाद उनके भावनाओं के अनुरूप यहां समाधि का कार्यक्रम सम्पन्न होगा। इस मामले के संबंध में पुलिस ने नरेंद्र गिरि के शिष्य योगगुरु आनंद गिरि, लेटे हुए हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार, शिष्य योगगुरु आनंद गिरि को हरिद्वार से पुलिस और एसओजी ने गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गई। उधर, बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को पुलिस ने पूछताछ के बाद देर रत गिरफ्तार किया। पुलिस महंत नरेंद्र गिरि की मौत को आत्महत्या मानकर चल रही है। उनके कमरे से मिले सुसाइड नोट के आधार पर इन तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।