टमाटर के बिना रसोई सूनी, 100 का तड़का लगेगा तो सब्जी मे टमाटर पड़ेगा।
नई दिल्ली : टमाटर के दामों मे आग लगने के कारण हुई रसोई से टमाटर गायब हो गया है, देशभर में टमाटर 100 रुपये किलो से ऊपर बिक रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि फेस्टिव सीजन बीतने के बाद सब्जियों के दाम कम होंगे लेकिन उल्टा वो बढ़ने शुरू हो गए हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कुछ दक्षिणी राज्यों में अधिक बारिश के कारण खुदरा भाव 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। चेन्नई में टमाटर का खुदरा भाव 100 रुपये प्रति किलो, पुडुचेरी में 90 रुपये प्रति किलो, बेंगलुरु में 88 रुपये प्रति किलो और हैदराबाद में 65 रुपये प्रति किलो हो गया है।
कब तक कम हो सकते हैं दाम?
उम्मीद है कि देश की जनता को जनवरी-फरवरी तक टमाटर के दामों में राहत मिल सकती है। थोक सब्जी कारोबारियों के मुताबिक, टमाटर की नई फसल 15 अक्टूबर को लगाई गई थी, जिसे तैयार होने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। ऐसे में उम्मीद है कि जनवरी-फरवरी तक टमाटर के दामों में कमी आ सकती है।
क्यों बढ़े टमाटर के भाव
जहां इस सीजन में टमाटर का रेट 20 से 30 रुपये प्रति किलो रहता है, वहीं यह 100 रुपये किलो से भी ऊपर बिक रहा है। बताया जा रहा है कि टमाटार की ज्यादातर सप्लाइ दक्षिणी राज्यों से हो रही है और इन राज्यों में बारिश के कारण फसल को काफी नुकसान हुआ है। इस वजह से टमाटर के दामों में यह उछाल आया है। इसकी एक दूसरी वजह यह भी है कि शादियों के सीजन के चलते टमाटर की मांग बढ़ी है जिस कारण दामों में बढ़ोतरी हुई है।
और बढ़ सकती हैं टमाटर की कीमतें
आजादपुर मंडी के थोक सब्जी व्यापारियों ने कहा है कि दक्षिण भारत में अगर इसी तरह से बारिश जारी रही तो टमाटर के दाम और बढ़ सकते हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के 167 केंद्रों के आंकड़ों के अनुसार, राजधानी दिल्ली में टमाटर 72 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिक रहा है।