महंत नरेंद्र गिरि की मौत, सुसाइड नोट में शिस्य आनंद गिरी का भी नाम
नई दिल्ली। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की प्रयागराज स्थित मठ में संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. महंत की मौत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई और मौके पर आला पुलिस अधिकारी तैनात हैं. हालांकि उनके जिस शिष्य आनंद गिरि ने इसे हत्या बताया था उन्हें अब हिरासत में ले लिया गया है. यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि महंत का शव कमरे में लटका हुआ मिला था और एक सुसाइड नोट भी मिला है. उन्होंने 2 लोगों पर आरोप लगाए हैं और उनमें से एक आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में लिया गया है.
हिरासत में लिए जाने के बाद आनंद गिरि ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की हत्या कर मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है. अपने पुराने बयान को दोहराते हुए आनंद ने कहा कि मठ की जमीन हड़पने और वर्चस्व की लड़ाई को लेकर नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है.
उन्होंने कहा कि गुरुजी सुसाइड नहीं कर सकते. आनंद गिरि ने कहा कि मठ की संपत्ति को बेचकर लोगों ने बड़ी-बड़ी हवेलियां बनाई हैं. आनंद ने दावा किया कि अन्य लोग भी मठ की संपत्ति पर निगाहें गड़ाए हुए थे और डॉक्टर समेत कई उद्योगपति से महंत नरेंद्र गिरी ने कर्ज ले रखा था. अपनी सफाई में आनंद गिरि ने कहा कि मई के बाद मेरी गुरुजी से मुलाकात नहीं हुई है और आखिरी बार हम लखनऊ में मिले थे.
इससे पहले जी न्यूज से बात करते हुए आनंद गिरी ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरि की हत्या की गई है और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए. आनंद गिरि ने कहा कि कुछ लोग मेरे और गुरुजी के बीच दरार पैदा करने की कोशिश में लगे हुए थे और साथ ही नरेंद्र गिरि को घुन की तरह खाने का काम कर रहे थे. आनंद गिरि का कहना है जब मेरी बात हुई थी तो गुरुजी पूरी तरह स्वस्थ थे और वह कोरोना तक को मात दे चुके हैं.
नरेंद्र गिरि के निधन पर संत समाज के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नरेंद्र गिरि के निधन को आध्यात्मिक जगत के लिए बड़ी क्षति बताया. पूर्व सीएम अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने भी महंत के निधन पर शोक जताया है.
इसके अलावा अयोध्या का संत समाज महंत के निधन से शोक में डूब गया है. हनुमानगढ़ी के निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने कहा कि ये घटना साधु समाज के लिए दुखद, अब इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. शुरुआती जांच में पता चला है कि उनके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है और शव फंदे से लटकता हुआ मिला था. आईजी केपी सिंह ने जी न्यूज से इस बात की पुष्टि भी की है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी महंत की सुसाइड की बात कह चुके हैं.