अमेरिका में चीन को मजबूती से जमने में राष्ट्रपति के बेटे की करतूतों की खुली पोल।
वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की बेटे ने किया बड़ा काण्ड चीनी कंपनी से की सांठ गांठ, राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. उन्होंने 10 मिलियन डॉलर के सालाना समझौते और 80,000 डॉलर के एक हीरे के बदले अमेरिका में चीन के प्रभाव को बढ़ाने में मदद की है.न्यूयॉर्क की एक लेखिका मिरांडा डेवाइन ने अपनी नई किताब ‘लैपटॉप फ्रॉम हेल’ में हंटर बाइडेन के चीनी कंपनी एनर्जी कंसोर्टियम सीईएफसी (China CEFC US) के साथ हुए व्यापार सौदों के बारे में बताया है. दरअसल हंटर बाइडेन अपनी रोजमर्रा की हर छोटी बड़ी बात अपने लैपटॉप में लिखते थे. जिसे अप्रैल 2019 में एक रिपेयर शॉप पर दिया गया. जिसके बाद लैपटॉप के भीतर मौजूद चीजों पर बड़े खुलासे हुए.
हजारों व्हाट्सएप मैसेज और ईमेल के आधार पर मिरांडा ने दावा किया है कि बाइडेन परिवार ने सीईएफसी को दुनियाभर में बिजनेस का विस्तार करने में मदद करने के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कीं. बदले में हंटर को तीन साल तक हर साल 10 मिलियन डॉलर और एक 80,000 डॉलर का हीरा मिला. वह अपनी किताब में लिखती हैं कि चीनी कंपनी सीईएफसी के चेयरमैन यी जियानमिंग को दुनियाभर में चीनी ऊर्जा संघ के प्रभाव का विस्तार करने का काम सौंपा गया था. वहीं एक एसएएस अधिकारी जेम्स गिलर ने जियानमिंग को बाइडेन परिवार से जुड़ने की सलाह दी.
गिलर ने कथित तौर पर जियानमिंग को हंटर बाइडेन के साथ क्लिंटन प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी रॉब वॉकर के माध्यम से मिलवाया. जिनकी पत्नी बेट्सी मैसी वॉकर उस वक्त जिल बाइडेन की सहायक थीं, जब जो बाइडेन अमेरिका के उपराष्ट्रपति थे. मिरांडा ने दावा किया कि दिसंबर 2015 में जियानमिंग और सीईएफसी के कार्यकारी निदेशक जियानजुन जांग ने वाशिंगटन डीसी (Washington DC) के लिए उड़ान भरी थी, लगभग उसी समय 7 दिसंबर, 2015 को हंटर बाइडेन ने डायरी में एक बैठक करने की बात लिखी. बता दें हंटर लैपटॉप पर रोजाना डायरी लिखते थे.
हंटर बाइडेन के साथ काम कर चुके एक शख्स ने पहचान ना बताने की शर्त पर मिरांडा डेवाइन से कहा कि उसका मानना है कि हंटर जियानमिंग को अपने पिता से मिलाने के लिए उनकी छुट्टियों के दौरान की गई पार्टी में लेकर गए थे, हालांकि हंटर के लैपटॉप पर ऐसी किसी भी बैठक का कोई संकेत नहीं है फरवरी 2015 में गिलर ने कथित तौर पर हंटर को सीधे ईमेल किया, ‘मुझे यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सीईएफसी हमारे समूह के साथ आगे के व्यापारिक संबंधों में जुड़ना चाहती है.’ सीईएफसी दुनियाभर में चीन के प्रभाव को फैलाने के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बेल्ट एंड रोड पहल की पूंजीवादी शाखा है.
हालांकि सीईएफसी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई. 18 नवंबर, 2017 को एफबीआई एजेंट्स (FBI Agents) ने पैट्रिक हो ची-पिंग को गिरफ्तार किया, जिसे यी जियानमिंग ने अपने एनजीओ का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया था. ची-पिंग पर चाड के राष्ट्रपति और युगांडा के विदेश मंत्री और संयुक्त राष्ट्र (United Nations) महासभा के तत्कालीन अध्यक्ष सैम कुटेसा को 30 लाख डॉलर की रिश्वत देने का आरोप लगा. इसके बाद चीनी सरकार के स्वामित्व वाली निवेश कंपनी ने सीईएफसी चाइना एनर्जी की चेक गणराज्य की सभी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया.