मुख्यमंत्री योगी ने लखीमपुर खीरी का भ्रमण कर वहां कोविड प्रबन्धन एवं नियंत्रण कार्याें की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए
स्ट्रीट वेण्डर, दिहाड़ी मजदूरों, कुली, नाई, धोबी, मोची, हलवाई, नाविक, पल्लेदारों, रिक्शा एवं ई-रिक्शा चालक इत्यादि रोज कमाकर खाने वालों को राज्य सरकार 1000 रु0 का भरण-पोषण भत्ता प्रदान करने जा रही
अर्ली न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद लखीमपुर खीरी का भ्रमण कर वहां कोविड प्रबन्धन एवं नियंत्रण कार्याें की समीक्षा की। उन्होंने इन्टीगे्रटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) का निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने आई0सी0सी0सी0 में एम्बुलेंस रजिस्टर, फोन काॅल्स रजिस्टर तथा उसमें शिकायतों के निस्तारण की इन्ट्री, रैपिड रिस्पाॅन्स टीम व निगरानी समिति का विजिट रजिस्टर तथा फीडबैक रजिस्टर को अवलोकित किया। उन्होंने आई0सी0सी0सी0 में टेलीफोन लाइन की संख्या को बढ़ाने तथा इसे और अधिक प्रभावी बनाये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि जनपद में एक्टिव केस की संख्या में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनपद लखीमपुर खीरी के जनप्रतिनिधियों ने सबसे ज्यादा आक्सीजन प्लाण्ट दिये हैं तथा इस विपत्ति के समय में स्वयं का बचाव करते हुए लोगों की सेवा में तत्पर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में पोस्ट कोविड वाॅर्ड तैयार किया जाए। संक्रमण से ठीक हुए लोगों को आयुष चिकित्सक प्राणायाम के बारे में बतायें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि टेस्ट की संख्या बढ़ायी जाए तथा अस्पतालों में फायर व इलेक्ट्रिक सेफ्टी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। जिला चिकित्सालय सहित अन्य चिकित्सालयों के आस-पास स्वच्छता का प्रबन्ध नगर निकाय व पंचायतीराज विभाग सुनिश्चित कराये। जनपद में कोविड कार्य हेतु एम्बुलेंस की संख्या को 22 से बढ़ाकर 35 किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने समीक्षा के दौरान निगरानी समितियों तथा रैपिड रिस्पाॅन्स टीम को और अधिक सशक्त करने तथा इनकी क्रियाशीलता को सेक्टर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा अनुश्रवित करने के निर्देश दिये। उन्होंने पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 की स्थापना करने तथा इसके लिए स्टाफ को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन का सघन अभियान चलाया जाए। उन्होंने वैक्सीन की वेस्टेज को पूरी तरह खत्म करने तथा वैक्सीनेशन सेण्टरों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान ब्लाॅक लखीमपुर के आधाचाट गांव भी गये। इस दौरान उन्होंने निगरानी समिति के सदस्यों को गांव में पूरी सक्रियता से स्क्रीनिंग व ट्रेसिंग का कार्य करने तथा संक्रमित व्यक्तियों को परिषदीय विद्यालय में क्वारण्टीन करने को कहा। उन्होंने सभी ग्रामीणों से मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सदी की सबसे बड़ी महामारी के खिलाफ पूरी मजबूती से सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश देश का सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। अतः यहां चुनौतियां भी सर्वाधिक थीं। लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार के सहयोग, जनप्रतिनिधियों की सक्रियता, शासन के मार्गदर्शन में हमारे जनपदों की टीम ने जिस युद्धस्तर पर कार्य प्रारम्भ किया आज उसका परिणाम है कि पाॅजिटीविटी दर में निरन्तर गिरावट दर्ज हो रही है तथा रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है।
विगत 24 घण्टे में प्रदेश में संक्रमण के 7,735 नये मामले सामने आये हैं, जबकि विगत 24 अप्रैल को सर्वाधिक 38,000 से अधिक नये मामले प्रकाश में आए थे। विगत 30 अप्रैल को प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 3,10,783 थी। टेªस, टेस्ट, ट्रीट की रणनीति के कारण विगत 20 दिनों में प्रदेश में एक्टिव केस के 02 लाख 04 हजार से अधिक मामले कम हुए हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में निरन्तर बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्तमान में प्रदेश की रिकवरी दर बढ़कर 92.5 प्रतिशत हो गयी है।
सीएम् ने कहा कि प्रदेश में निगरानी समितियों के माध्यम से स्क्रीनिंग अभियान चल रहा है। गांवों में निगरानी समितियां घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करते हुए, लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध व्यक्तियों को मेडिकल किट प्रदान करने का अभिनन्दनीय कार्य कर रही हैं। प्रदेश में आर0आर0टी0 के माध्यम से सभी लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध व्यक्तियों का घर-घर जाकर एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक कुल 04 करोड़ 62 लाख से अधिक टेस्ट किये जा चुके हैं। ग्रामीण इलाकों में ‘मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव’ के उद्देश्य के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के आधार पर ‘मेरा गांव, कोरोना मुक्त गांव’ अभियान चलाया जाए। शहरी क्षेत्रों में ‘मेरा वाॅर्ड कोरोना मुक्त वाॅर्ड अभियान’ चलाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद लखीमपुर खीरी प्रदेश का सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जनपद है। जनपद में काॅमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से निःशुल्क टीकाकरण रजिस्ट्रेशन का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है। जिला प्रशासन को टेस्ट की संख्या को और बढ़ाने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के निर्देश दिये गये हैं। इसी क्रम में जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन में भविष्य के दृष्टिकोण से स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जाए। जनपद लखीमपुर खीरी के जनप्रतिनिधियों ने आॅक्सीजन प्लाण्ट अवस्थापना कार्य में सर्वाधिक सहयोग प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की लड़ाई हम सबकी लड़ाई है। एक-एक व्यक्ति की जान बचाना हमारा दायित्व है। हमें व्यक्ति के जीवन एवं उसकी आजीविका दोनों को बचाना है। इसीलिए प्रदेश सरकार ने आंशिक कोरोना कफ्र्यू लगाया है। इस दौरान प्रदेश में, आवश्यक एवं स्वास्थ्य सेवाएं तथा औद्योगिक गतिविधियां संचालित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के माध्यम से प्रदेश के लगभग 15 करोड़ लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने इस वर्ष माह जून, जुलाई तथा अगस्त में अन्त्योदय और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों सहित सभी जरूरतमंदों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। स्ट्रीट वेण्डर, दिहाड़ी मजदूरों, कुली, नाई, धोबी, मोची, हलवाई, नाविक, पल्लेदारों, रिक्शा एवं ई-रिक्शा चालक इत्यादि रोज कमाकर खाने वालों को राज्य सरकार 1000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के नियंत्रण में जन-जागरुकता की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा कोरोना प्रोटोकाॅल का अनुपालन आवश्यक है। सभी लोग मास्क लगाएं, दो गज की दूरी तथा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। हाई रिस्क कैटेगरी के लोग घर से बाहर न निकलें। अन्य लोग आवश्यक कार्य हेतु ही घर से बाहर निकलें और मास्क, हैण्ड ग्लव्स व सेनेटाइजर का उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में टीकाकरण हमारा रक्षा कवच है। लक्षित आयुवर्ग के सभी व्यक्ति वैक्सीन लगवाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में काॅमन सर्विस सेण्टर के माध्यम से वैक्सीनेशन हेतु पंजीयन की निःशुल्क सुविधा प्रदान की जा रही। अब तक प्रदेश में 01 करोड़ 60 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी है।
इस दौरान परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व अधिकारीगण उपस्थित थे