लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साढ़े चार साल का सफर तय कर लिया है । योगी ने अपने कार्यकाल में सूबे को दंगा मुक्त रखने के साथ-साथ यूपी को बीमारू राज्य से निकालकर आधुनिक प्रदेश बनाने की इबारत लिखी है । इतना ही नहीं कोराना काल में जिस मुस्तैदी के साथ वे इस समस्या से निपटे वह भी मिसाल बन गया । लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से घर लौटे लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार दिलाना उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक है. हालांकि, अब उनके आगे की सियासी चुनौतियों और मुश्किलों भरी है ।यूपी में अगले साल 2022 का चुनाव योगी के कामकाज और चेहरे पर लड़ा जाना है, जो उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा है ।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एवं सहयोगी दल की सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब तक की श्रेष्ठ तथा जनता के साथ रहने वाली सरकार बताया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ मीडिया के समक्ष अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश सरकार की साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियों के संबंध में प्रेस वार्ता की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साढ़े चार वर्ष की उपलब्धियों के सम्बंध में कहा कि हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि गहरे संकट के समय में भी हर पल जनता के साथ रहना है। सूबे के हर व्यक्ति तक सरकार की योजना का लाभ देने के साथ हमने हर गरीब, किसान, बेरोजगार, युवा तथा महिला व बेटियों के स्वाभिमान की रक्षा की। उनको अहसाल कराया कि सरकार सदैव उनके साथ है।