रालोद और सपा के बीच गठबंधन में सबसे ज्यादा अहम सीटों का बंटवारा ।

लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त सियासी घराने, अपनी अपनी जुगत बैठाने की तैयारी कर रहे हैं , हर महारथी अपना गणित बैठाने में लगे हुए हैं। सपा और रालोद के बीच गठबंधन लगभग तय ही हो गया है। सीटों के बंटवारे के गणित में सपा और रालोद मुजफ्फरनगर जिले की चार-चार सीटों पर दावा कर रहा है।
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के सपा में शामिल हो जाने से चरथावल सीट पर नए समीकरण बन रहे हैं। अब फैसला दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व करेगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज होते ही सियासी उठापटक तेज हो गई है। चुनावी मैदान में उतरने के लिए सभी अपना गणित लगाते हुए दावा ठोक रहे हैं। रालोद और सपा के बीच गठबंधन में सबसे ज्यादा अहम सीटों का बंटवारा है। चर्चा है कि शुरुआती बातचीत में रालोद ने बुढ़ाना, चरथावल, मीरापुर और पुरकाजी सीट पर दावा किया है। रालोद की मंशा है कि सपा को सिर्फ खतौली और सदर सीट ही दी जाए। उधर, सपा भी चार सीटों पर दावा कर रही है। सदर, खतौली और चरथावल के अलावा मीरापुर और पुरकाजी में सपा एक सीट चाहती है। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएंगे तो सीटों को लेकर सियासी गणित और अधिक गरमाएगा। दोनों राजनीतिक दल शीर्ष नेतृत्व के समक्ष अपना-अपना गणित बता रहे हैं। दोनों दलों के स्थानीय नेताओं ने हाईकमान को गणित समझाया है, अब सीटों पर फैसला शीर्ष नेतृत्व को करना होगा।
गठबंधन में रालोद ने चरथावल विधानसभा पर भी अपना दावा किया था। लेकिन पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और उनके बेटे पंकज मलिक के सपा में शामिल हो जाने के बाद सीट का गणित बदल गया है। पूर्व विधायक पंकज मलिक चरथावल से दावेदारी पेश कर सकते हैं। मलिक परिवार के सपाई बनते ही चरथावल विधानसभा सीट पर पेंच फंस गया हैं।
कौन किस सीट को छोड़ रहा
गठबंधन में रालोद सदर और खतौली विधानसभा को सपा के लिए छोड़ना चाहती है। जबकि सपा बुढ़ाना विधानसभा को रालोद के लिए छोड़ने के लिए तैयार है। मीरापुर और पुरकाजी पर बैठकर बात करने की स्थिति है, जबकि चरथावल पर सबसे अधिक उठापटक रहेगी।
वर्तमान में सपा-रालोद खाली हाथ
जिले की प्रत्येक सीट पर भाजपा का कब्जा है। सदर सीट पर कौशल विकास राज्यमंत्री, कपिल देव अग्रवाल, बुढ़ाना में भाजपा के उमेश मलिक, पुरकाजी सुरक्षित सीट पर प्रमोद ऊंटवाल, मीरापुर में अवतार भड़ाना और खतौली में विक्रम सैनी विधायक है। चरथावल से विधायक चुने गए विजय कश्यप का निधन हो चुका है। वर्तमान में सभी सीटों पर भाजपा के विधायक है।