Latest News
“नौकरी के नाम पर जमीनें लिखवाई गई”, मोदी का लालू पर हमलाक्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र के नेतृत्व में कांग्रेस छोड़ सैकड़ो नेता भाजपा में शामिलमुख्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम पूरा, बांदा से गाजीपुर ले जाएंगे बॉडीराहुल गाँधी का PM मोदी पर करारा हमला ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक साजिश है, आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा हैSRMU के वार्षिकोत्सव अनुभूति 2024 के अंतिम दिन पवनदीप व अरूणिता के गीतों पर झूम उठे दर्शक सात चरणों में होगा 2024 का लोकसभा चुनाव, 4 जून को सुनाये जाएंगे नतीजेंकेजरीवाल को बड़ी राहत, 15 हजार के बॉन्ड पर मिली जमानत, 1 अप्रैल को अगली सुनवाईPM मोदी के निमंत्रण पर भारत आए भूटान के प्रधानमंत्री, अश्विनी चौबे ने किया स्वागतइलेक्टोरल बांड का आंकड़ा हुआ जारी, जाने किस कंपनी ने दिया कितना चंदानये चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने संभाला कार्यभार
 प्रादेशिकराष्ट्रीय

लखीमपुर हिंसा: प्रियंका गाँधी के तेवरों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश हाई,प्रियंका अभी भी हिरासत में

अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।

लखनऊ।लखीमपुर खीरी में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत ने जहां एक तरफ भाजपा के लिए चुनौती बढ़ा दी है, वहीं विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस घटना ने विपक्ष को बड़ा मुद्दा दे दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने अपने आक्रामक तेवरों के जरिए साफ कर दिया है कि वह किसानों के मुद्दे पर किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

कांग्रेस का कहना है कि किसान उसके लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है। पर पार्टी किसान आंदोलन के जरिए उत्तर प्रदेश के साथ पंजाब और उत्तराखंड में सियासी फायदा तलाश रही है। रणनीतिकार मानते हैं कि लखीमपुर खीरी की घटना का असर यूपी के साथ पंजाब और उत्तराखंड चुनाव में भी दिखाई देगा। पार्टी किसानों की इस नाराजगी को वोट में तब्दील करने की कोशिश करेगी। इस प्रयास में वह कितनी सफल होगी यह चुनाव परिणाम बताएंगे, पर प्रियंका गांधी वाड्रा के इन तेवरों ने यूपी में पार्टी कार्यकर्ताओं में जान फूंकी है। पार्टी नेता प्रियंका के इस जुझारुपन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि देख रहे हैं।

बेलछी नरसंहार से तुलना
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिस तरह बेलछी नरसंहार के बाद इंदिरा गांधी बेलछी गई और उसके बाद सत्ता में वापसी की। ठीक उसी तरह प्रियंका के जुझारुपन का फायदा पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिलेगा। हालांकि, वह मानते हैं कि यूपी में पार्टी का संगठन बेहद कमजोर है।

Show More
[sf id=2 layout=8]

Related Articles

Back to top button