Breaking
Early News Hindi Daily E-Paper 21 January 2025डोनाल्ड ट्रम्प ने ली अमेरिका 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ,बोले मेरी नीतिअमेरिका फर्स्ट ही रहेगीसदन कार्यवाही का स्वायत्त मालिक, अध्यक्ष उसका सर्वोच्च निर्णयकर्ता: सतीश महानाकब होगा ट्रम्प का शपथ समारोह शुरू? जानेअलकादिर ट्रस्ट मामला:इमरान ख़ान को 14 साल और उनकी पत्नी बुशरा को 7 वर्ष की जेलअभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला, लीलावती अस्पताल में भर्तीCRPF की संसद सुरक्षा शाखा भंग, VIP इकाई में किया विलयमहाकुंभ 2025: नागा साधुओं ने शस्त्रों से युद्ध कला का किया प्रदर्शन21 मार्च से शुरू होगा आईपीएल, जाने तारीख में बदलाव की वजह20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रम्प का शपथ ग्रहण समारोह, जयशंकर होंगे भारत के प्रतिनिधित्व
राजनीतिराष्ट्रीय

ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे ‘राहुल गाँधी’ कहा-किसानों के लिए लाया हूं संदेश

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गाँधी सोमवार को नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) के खिलाफ मॉनसून सत्र में हिस्सा लेने के लिए ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को दबा रही है और उनके मुद्दों पर संसद में चर्चा नहीं होने दे रही है, इसलिए मैं किसानों का संदेश लेकर संसद पहुंचा हूं.

राहुल गांधी ने की कृषि कानूनों को वापस करने की मांग

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जो ट्रैक्टर चला रहे थे उस पर उनके साथ राज्य सभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Singh Hooda), प्रताप सिंह बाजवा और पार्टी के कुछ अन्य सांसद बैठे थे. इस ट्रैक्टर के आगे एक बैनर भी लगा था जिस पर ‘किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानून वापस लो-वापस लो’ लिखा हुआ था. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी के साथ मौजूद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. और कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया.

तीन नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि ये काले कानून हैं और सरकार को इन्हें वापस लेना ही होगा. पूरा देश यह जानता है कि ये कानून देश के 2 से 3 कारोबारियों को ही फायदा पहुंचाने वाले हैं.

जंतर-मंतर पर किसानो का विरोध प्रदर्शन

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ऐसे समय पर कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन परिसर के नजदीक पहुंचे, जब किसान जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली से लगे टिकरी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पिछले साल नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी जाए. हालांकि सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं. सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच कई दौर की वार्ता हुई जो बेनतीजा रही है.

Related Articles

Back to top button