एक और सपूत से भारत का परचम टोक्यो में लहराने की उम्मीद
टोक्यो पैरालंपिक 2020 में वैसे तो भारत के कई बेटे बेटियों ने मेडल जीते हैं और देश का नाम रोशन किया है। इसी क्रम में भारत के एक और लाल से देश मेडल की उम्मीद कर रहा है। पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक स्पर्धा के फाइनल में चुनौती पेश कर रहे सुयश जाधव से भारत को पदक की उम्मीद है।
इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिद्धार्थ बाबू, दीपक सैनी और अवनि लेखरा वाली भारतीय टीम फाइनल में क्वालीफाई करने से चूक गई। भारत के लिए आज आठवां दिन भी भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। कई भारतीय एथलीट पदक जीतने के लिए अपना दमखम दिखाएंगे। भारतीय खिलाड़ी स्विमिंग, बैटमिंटन, एथलेटिक्स की स्पर्धाओं में अपनी चुनौती पेश करेंगे।
बीते सातवें दिन भारतीय खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहे और तीन पदक अपनी झोली में डाले। सातवें दिन जहां पहला पदक निशानेबाजी में सिंहराज अडाना ने दिलाया। वहीं, ऊंची कूद में मरियप्पन थंगवेलु और शरद में मेडल जीता।
टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत के हाथ निराशा लगी। सिद्धार्थ बाबू, दीपक सैनी और अवनि लेखरा वाली भारतीय निशानेबाजी टीम फाइनल में क्वालीफाई करने से चूक गई। छठी सीरीज में भारत की तरफ से अवनि लेखरा ने 10.496 अंक अर्जित किए और वह 27वें नंबर रहीं। सिद्धार्थ 10.425 अंक हासिल कर 40वें नंबर रहे। जबकि, दीपक सैनी 10.451 अंकों के साथ 43वें स्थान पर रहे। इस तरह तीनों भारतीय निशानेबाज बाहर हो गए।
टोक्यो पैरालंपिक में भारत के तैराक सुयश जाधव पुरुषों की 100 मीटर ब्रेस्ट स्ट्रोक स्पर्धा एसबी-7 के फाइनल में अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। सुयश से इस स्पर्धा में पदक की उम्मीद है।