मतगणना से कुछ घंटे पहले ,तेजस्वी यादव जुटे दोतरफा भूमिका निभाने मे ।
पटना : कहावत है दूध का जला छाज भी फूँक कर पीता है , इस समय तेजस्वी यादव का भी कुछ एैसा ही हाल है, बिहार विधानसभा के लिए 2020 के चुनाव नतीजों से सबक लेकर तैयार तेजस्वी यादव उप चुनाव के नतीजों से पहले डबल गेम में जुट गए हैं। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद का मुख्य चेहरा बन चुके तेजस्वी दोनों ही स्थितियों के लिए भूमिका बनाने में जुटे हैं। एक तरफ उनका दावा है कि उनकी पार्टी तारापुर और कुशेश्वरस्थान दोनों सीटों पर चुनाव बड़े अंतर से जीतने जा रही है, दूसरी तरफ मतगणना से कुछ घंटे पहले उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि राजद प्रत्याशियों को हराने की साजिश की जा रही है। दरभंगा रवाना होने से पहले सोमवार को तेजस्वी ने कहा कि कुछ बेईमान अधिकारियों और मंत्रियों के सहारे ऐसी साजिश रची जा रही है। इसे राजद कामयाब नहीं होने देगा।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि मतदान के दिन चुनाव वाले क्षेत्रों से जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनमें कौन लोग हैं। जदयू ने चुनाव जीतने के लिए धन और बल लगा दिया है। फिर भी उन्हें जीत नसीब नहीं होगी। तेजस्वी ने कहा कि वोटों की गिनती पर हमारी पैनी नजर है। हम किसी को मौका देने वाले नहीं हैं।
एक तरफ, तेजस्वी कुछ अधिकारियों पर सरकार के पक्ष में काम करने का आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी तरफ जदयू ने एक अधिकारी का नाम लेते हुए आडियो शेयर किया था और दावा किया था कि यह अधिकारी लालू और तेजस्वी का नाम लेकर मतदाताओं को डरा रहा है। जदयू की ओर से वायरल आडियो में अधिकारी एक पीडीएस डीलर को तेजस्वी की सरकार बनने पर कार्रवाई के लिए डरा रहा था।
2020 के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे। उनकी पार्टी ने कहा था कि चुनाव अधिकारियों की मिलीभगत के कारण कई सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यह आरोप उनकी पार्टी लगातार दोहराती रहती है।