बिहार, पटना: अभिनेत्री कंगना रनौत को इन दिनों काफी बेइज्जती का सामना करना पड़ रहा है, पिछले दिनों ‘भीख में मिली आजादी’ को लेकर दिए बयान पर काफी विवादों में आ गई हैं। इस बयान के बाद चारों तरफ कंगना रनौत की आलोचना की जा रही है। काफी लोगों ने इस बयान पर कंगना का पद्म श्री सम्मान वापस लिए जाने की भी मांग की है।कई नेताओं ने तो उनके खिलाफ न्यायिक कार्वाई की मांग भी की है। ऐसे में एक बड़ा बयान लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने इस पर टिप्पणी कंगना के बहाने बीजेपी पर भी तंज कसा है।
जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे तो यह कह कर की देश को आजादी 2014के बाद मिली है देश के खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों को तो अपमानित ना करें अगर वह देश के खातिर बलिदान ना देते तो आज भी किसी अंग्रेज के घर में जूते ,चप्पल साफ कर रहे होते
तेजप्रताप यादव ने अपने सोशल मीडिया (कू) Koo पर कंगना पर हमला करते हुए लिखा है कि वीर अगर देश की खातिर बलिदान ना देते तो आज भी हम किसी अंग्रेज के घर जूते चप्पल-साफ कर रहे होते। इसी के साथ वे लिखते हैं कि जब कुछ लोग अंग्रेजों से माफी मांग रहे थे तब देश के वीर फांसी का फंदा चूम रहे थे। तो यह कह कर की देश को आजादी 2014 के बाद मिली है, देश की खातिर शहीद हुए सवतंत्रता सेनानियों का अपमान है, उन्हें अपमानित ना करें। अगर वह देश की खातिर बलिदान ना देते तो आज भी हम किसी अंग्रेज के घर में जूते चप्पल साफ कर रहे होते ‘जो कंगना राणावत का बयान है, उससे हम सहमत नहीं है, क्योंकि लाखों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है देश को आजादी दिलाने के लिए और @BJP4India भारत की वो पार्टी है अगर राष्ट्रवाद की बात हो तो सबसे पहले सबके दिल में भारतीय जनता पार्टी आती है।’ गौरव भाटिया राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा View
आपको बता दें कि कंगना एक साक्षातकार के दौरान यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि देश को वास्तविक आजादी 2014 में मिली है। सोशल मीडिया पर उनकी वो 24 सेकेंड की क्लिप खूब वायरल हुई जिसमें कहते सुना जा सकता है कि 1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो वास्तविक आजादी तब मिली जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आई यानी 2014 में।’