नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया (Ravi Dahiya) ने कमाल कर दिया. हरियाणा के रवि ने कुश्ती के 57 किग्रा वर्ग में देश के लिए सिल्वर मेडल जीता. फाइनल मैच में रवि कुमार दहिया और रूस के पहलवान जवुर यूगेव आमने सामने थे. ये मैच रवि जरूर हार गए लेकिन उन्होंने रजत पदक हासिल किया.
फाइनल मुकाबले के पहले पीरियड में उगयेव ने दो अंक लिए. लेकिन रवि ने तुरंत वापसी की और दो अंक बटोर स्कोर बराकर किया. हालांकि, फिर उगयेव ने दो अंक लेकर 4-2 की बढ़त ली.
इसके बाद दूसरे पीरियरड में भी उगयेव ने एक अंक लिए. फिर उगयेव ने दो और अंक हासिल कर स्कोर 7-2 कर दिया. हालांकि, रवि ने एक बार फिर वापसी की और दो अंक बटोर फासला कम कर लिया. लेकिन उनकी यह कोशिश मुकाबला जीतने के लिए काफी नहीं रही और उन्हें इस हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
57 किग्रा के सेमीफाइनल मैच में रवि (Ravi Dahiya) ने कजाखस्तान के नुरइस्लाम सनायेव को मात दी. रवि ने सेमीफाइनल में नुरइस्लाम सनायेव को 7-9 के स्कोर पर चित कर जीत हासिल की. वो इस राउंड में 7 अंकों से पीछे थे, लेकिन उन्होंने अंत में अपने विरोधी को मात देते हुए शानदार वापसी की.
सुशील के बाद दूसरे पहलवान
भारत के लिए सबसे पहले दिग्गज पहलवान सुशील कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में सिल्वर मेडल जीता था. दहिया (Ravi Dahiya) से पहले भारत के लिए कुश्ती में सुशील (2008, 2012), योगेश्वर दत्त (2012) और साक्षी मलिक (2016) पदक जीत चुके हैं. सुशील कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में सिल्वर मेडल जीतने के अलावा बीजिंग ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीता था. जबकि साक्षी और योगेश्वर के नाम कांस्य पदक है.