हिन्दुत्ववादी छवि बरकरार रखते हुए चुनावी कमान होगी पीएम मोदी और शाह के हाथ ।
नई दिल्ली : विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा ने रणनीति बना ली है , और ये भी तय पा गया है कि वर्तमान समय में बीजेपी किन संकल्पों के साथ मैदान में उतर सकती है सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक उत्थान जैसे संकल्पों को भाजपा वरीयता सूची में रख कर अटल इरादों के साथ जनता के बीच जाएगी। केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के साथ ही पार्टी धर्मध्वजा को भी उठाए रखेगी।
राज्य की कानून व्यवस्था भी पार्टी का प्रमुख चुनावी हथियार होगा। भाजपा कोर ग्रुप की करीब तीन घंटे चली बैठक में इस तरह के तमाम मुद्दों पर गहन मंथन व विमर्श किया गया।
वहीं सूत्र बताते हैं कि यूपी फतह के लिए पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। कमान पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हाथ होगा। सूत्र बताते हैं कि इस बात पर भी चर्चा हुई कि पार्टी के जो पदाधिकारी चुनाव लड़ना चाहेंगे उन्हें अपना पद छोड़ना होगा। पार्टी केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को राज्य के एक-एक व्यक्ति तक लेकर जाएगी। इसके साथ ही पार्टी अपने हिन्दुत्ववादी छवि को भी चुनाव में बनाए रखेगी।
सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में यह बैठक रात करीब नौ बजे से शुरू हुई, जो रात 12.10 बजे समाप्त हुई। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, प्रदेश महामंत्री संगठन बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, प्रदेश सह संगठन मंत्री कर्मवीर उपस्थित थे।
बैठक के दौरान 2022 के चुनावी एजेंडों पर मंथन किए जाने की चर्चाएं हैं। जिसमें सांस्कृतिक राष्ट्रवाद व सांस्कृतिक उत्थान के संकल्प को दोहराया गया। दिसंबर में होने वाले श्रीकाशी विश्वनाथ कारीडोर के उद्घाटन को भव्यता के साथ करने की रणनीति बनी। उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह तथा पार्टी के अन्य बड़े नेताओं के आगामी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई। दिसंबर में निकलने वाली पार्टी के विजय रथयात्रा की सफलता के लिए रणनीति पर मंथन किया गया।