बैंक नहीं लगाता लोन क़े पुरे पैसे पर ब्याज, जानें इसके बारे में
बैंक योजना: ग्राहक के लिए इससे अच्छी बात क्या हो सकती है कि लोन के पूरे पैसे पर ब्याज न लगे. लोन के जितने पैसे खर्च किए, बस उतने पर ही ब्याज देना पड़ा. इस तरह की सुविधाएं बैंक अपने ग्राहकों को देते हैं.कई बार ऐसा होता है कि अचानक कोई बड़ा खर्च माथे पर आ गिरता है जिसकी पहले से कोई तैयारी नहीं होती. ऐसी स्थिति में अगर इमरजेंसी फंड न हो तो बड़ी परेशानी खड़ी हो जाती है. ऐसे खर्चों से निपटने के लिए बैंक अपने ग्राहकों को एक खास तरह का लोन देते हैं जिसे लोन ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी कहते हैं. अगर मकान के खर्च के लिए यह लोन लेते हैं तो वह होम लोन ओवरड्राप्ट फैसिलिटी home loan overdraft facility कही जाएगी.
आसान शब्दों में इसे यूं समझ सकते हैं. मान लीजिए रमेश नाम के एक शख्स ने किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से होम लोन लिया है. रमेश को लोन अमाउंट तो चुकाना ही है, साथ में ईएमआई की भी देनदारी होती है. अचानक रमेश को एक बड़े खर्च की जरूरत पड़ गई और वे होम लोन की ईएमआई नहीं चुका पाए. इस झंझट भरी स्थिति से निकलने के लिए रमेश ने अपने उस बैंक से संपर्क किया जहां से होम लोन लिया है. बैंक ने रमेश को सुझाव दिया कि इस मुश्किल परिस्थिति से निकलने के लिए सबसे सही तरीका है ओवरड्राफ्ट लोन लेना. इसे लेने में कोई दिक्कत नहीं क्योंकि पहले वाले लोन के जानिब आसानी से प्राप्त किया जा सकता है.
बैंक के स्टाफ ने रमेश को समझाया कि किसी और के सामने हाथ पसारने से अच्छा है कि अपने बैंक से ही लोन लिया जाए. यह शॉर्ट टर्म के लिए होगा और इमरजेंसी की जरूरत पूरी हो जाएगी. कई बैंक इस तरह की सुविधा को टॉप अप लोन भी बोलते हैं. इसे अपने मौजूदा होम लोन पर या लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी पर ले सकते हैं. ओवरड्राफ्ट लोन लेना आसान है क्योंकि बैंक इसे ग्राहक के सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट से निकालने की सुविधा देता है. सबसे बड़ी बात ये है कि लोन के जितने रुपये का इस्तेमाल करेंगे, उतने पर ही ब्याज चुकाना होगा.