ओवैसी की होने वाली सभा से पहले टेंट को पुलिस ने उखाड़ा, नही कर सकते जनसभा ।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में प्रशासन की बिना अनुमति AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की होने वाली चुनावी सभा से पहले लगे टेंट को पुलिस ने उखाड़ दिया है। दरअसल, प्रशासन ने जनसभा की अनुमति नहीं दी थी उसके बावजूद भी कार्यकर्ता जन सभा की तैयारी कर रहे थे।
देर रात तक पार्टी जिला अध्यक्ष और हैदराबाद के पूर्व मेयर ओवैसी की सभा के लिए नौचंदी थाने में चक्कर काटते रहे। पुलिस, प्रशासन ने अनुमति नहीं दी और देर रात सभा कैंसिल कर दी। शहर के प्रमुख नौचंदी मैदान में ओवैसी जनसभा करने वाले थे। आवेदन के बाद भी सभा की अनुमति न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने इसे प्रशासन की साजिश बताया है। अब ओवैसी आएंगे और लोगों से मिलेंगे।
पार्टी कार्यकर्ता का आरोप 7 दिन से अनुमति के लिए भटका रहा था प्रशासन
पार्टी के जिलाध्यक्ष नौशाद ने बताया कि पिछले 7 से 10 दिनों से पार्टी कार्यकर्ता जनसभा की अनुमति के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे। जिलाध्यक्ष ने कहा हमने परमिशन के लिए लेटर भी दिया था। पहले नगर निगम के पास नौचंदी मैदान में सभा की अनुमति लेने गए तो वहां से जिला पंचायत भेज दिया। जिला पंचायत गए तो उन्होने नौचंदी थाने जाने को कह दिया। हमें बेवजह घुमाया गया और अंत तक भी अनुमति नहीं दी गई। परमिशन के लिए 10 हजार रुपए की राशि भी जमा कर दी, लेटर भी दे दिया फिर भी अनुमति नहीं दी गई। प्रशासन, पुलिस पता नहीं किसके दबाव में है जो फॉर्मेलिटी पूरी करने पर भी सभा की अनुमति नहीं दी गई है।
देर रात थाने में धरने पर बैठे जिलाध्यक्ष
सभा की अनुमति लेने के लिए पार्टी जिलाध्यक्ष और हैदराबाद के पूर्व मेयर मजीद हुसैन कार्यकर्ताओं के साथ नौचंदी थाने में बैठे रहे। पुलिस ने एनओसी न होने के कारण आयोजन कैंसिल करा दिया। मैदान में जनसभा के लिए लगा टेंट भी उखाड़ दिया। लगभग 7 दिन पहले ही ओवेसी का 13 नवंबर को मेरठ आना तय हो गया था। वेस्ट यूपी के 3 जिलों में ओवेसी को सभाएं करनी थी। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम इलाकों में होर्डिंग, बैनर भी लगा दिए थे। सभा की तैयारियां कराने हैदराबाद से आए पूर्व मेयर मजीद का कहना है कि दूसरे राजनीतिक दलों के दबाव में हमारे अध्यक्ष को सभा करने से रोका जा रहा है। पार्टी का आरोप है कि 2017 में यहां पर जनसभा हुई थी इसके बाद किसके दबाव में अनुमति नहीं दी जा रही है।