Latest News
“नौकरी के नाम पर जमीनें लिखवाई गई”, मोदी का लालू पर हमलाक्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र के नेतृत्व में कांग्रेस छोड़ सैकड़ो नेता भाजपा में शामिलमुख्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम पूरा, बांदा से गाजीपुर ले जाएंगे बॉडीराहुल गाँधी का PM मोदी पर करारा हमला ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक साजिश है, आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा हैSRMU के वार्षिकोत्सव अनुभूति 2024 के अंतिम दिन पवनदीप व अरूणिता के गीतों पर झूम उठे दर्शक सात चरणों में होगा 2024 का लोकसभा चुनाव, 4 जून को सुनाये जाएंगे नतीजेंकेजरीवाल को बड़ी राहत, 15 हजार के बॉन्ड पर मिली जमानत, 1 अप्रैल को अगली सुनवाईPM मोदी के निमंत्रण पर भारत आए भूटान के प्रधानमंत्री, अश्विनी चौबे ने किया स्वागतइलेक्टोरल बांड का आंकड़ा हुआ जारी, जाने किस कंपनी ने दिया कितना चंदानये चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने संभाला कार्यभार
Newsएजुकेशनराज्य

शिक्षकों के लिए खुशखबरी मन पसंद जगह ले सकेंगे ट्रांसफर

रांची : राज्य सरकार ने शिक्षकों के लिए एक नई खुशखबरी दी है. अब शिक्षकों को अपनी मनपसंद जगह ट्रांसफर लेने में कोई समस्या नहीं उठानी पड़ेगी. राज्य सरकार ने २०१९ की नियमावली को समाप्त कर १९९४ की नियमावली पर विचार करने का फैसला लिया है. प्राथमिक से लेकर प्लस टू शिक्षकों तक के स्थानांतरण को लेकर नियमावली में संशोधन का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है. नियमावली में संशोधन को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा सचिव को सौंप दी है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव की सहमति के बाद संशोधित नियमावली तैयार की जायेगी.

नियमावली को शिक्षा मंत्री की सहमति के लिए भेजा जायेगा. इसके बाद नियमावली विधि व कार्मिक विभाग को भेजी जायेगी. इन विभागों की सहमति के बाद नियमावली को कैबिनेट की स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा. नियमावली संशोधन के लिए आवश्यक प्रक्रिया जल्द पूरी की जायेगी. नियामवली संशोधन में अंतर जिला स्थानांतरण को लेकर फिर से वर्ष 1994 की नियमावली के प्रावधानों को लागू करने का सुझाव दिया गया है.

वैसे शिक्षक जो झारखंड के नहीं हैं, उन्हें भी अपनी इच्छा के अनुरूप जिला चयन का अवसर दिया जा सकता है. इसके तहत राज्य में शिक्षकों को पांच साल की सेवा पूरी होने के बाद पूरे सेवा काल में अंतर जिला स्थानांतरण का अवसर मिलेगा. इसके तहत शिक्षक अपने गृह जिला का भी चयन कर सकते हैं. महिला शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए वर्ष की बाध्यता नहीं होगी.

नियमावली में संशोधन का क्या है कारण? वर्ष 2019 की नियमावली में सामान्य परिस्थिति में शिक्षकों के अंतर जिला स्थानांतरण का प्रावधान समाप्त कर दिया गया था. नियमावली में दिव्यांग व गंभीर रोग से ग्रसित होने पर पति-पत्नी दोनों के शिक्षक के होने की स्थिति में ही अंतर जिला स्थानांतरण का प्रावधान था. शिक्षक संगठन इसका विरोध कर रहे थे. शिक्षक संगठनों की मांग थी कि उन्हें पूरे सेवा काल में अंतर जिला स्थानांतरण का एक अवसर दिया जाये. माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने वर्ष 2019 की नियमावली में पांच बिंदुओं पर संशोधन को लेकर अपना प्रस्ताव दिया है.

Show More
[sf id=2 layout=8]

Related Articles

Back to top button