गुजरात से पहले हिमाचल का होगा वोट, पहले भी होता रहा है ऐसा
नई दिल्ली। चुनाव आयोग की ओर से आज दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है और इस दौरान हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। हालांकि चर्चा है कि अभी गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया जाएगा। दिवाली के बाद किसी भी दिन आयोग की ओर से गुजरात में चुनाव की तारीखें घोषित की जा सकती हैं। आयोग के सूत्रों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में बड़ा इलाका दिसंबर के महीने में बर्फबारी से प्रभावित रहता है। कई क्षेत्रों में अभी से बर्फबारी शुरू हो चुकी है। ऐसे में यदि वोटिंग में ज्यादा देरी की गई तो कई इलाकों में मतदाताओं का केंद्रों तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है। इसलिए आयोग हिमाचल प्रदेश के चुनाव नवंबर के ही शुरुआती दिनों में करा सकता है।
चुनाव आयोग की ओर से तारीखों के ऐलान में यह ध्यान रखना जरूरी होता है कि 28 दिन का वक्त दिया जाए। इसलिए माना जा रहा है कि यदि आज आयोग तारीख का ऐलान करता है तो फिर 10 से 15 नवंबर के बीच किसी भी दिन हिमाचल में वोटिंग कराई जा सकती है। वहीं गुजरात के लिए चुनाव आयोग की ओर से अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस हो सकती है। ऐसे में गुजरात में दिसंबर के मध्य में दो चरणों में मतदान हो सकता है। गुजरात में दो राउंड में ही वोटिंग की परंपरा रही है। बता दें कि 2017 में भी चुनाव आयोग ने हिमाचल और गुजरात की तारीखों का अलग-अलग ऐलान किया था।
आयोग ने 12 अक्टूबर को हिमाचल चुनाव का ऐलान किया था और 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी। वहीं गुजरात चुनाव का शेड्यूल 25 अक्टूबर को जारी किया गया था। गुजरात में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। इसके बाद दोनों ही राज्यों का इलेक्शन रिजल्ट 18 दिसंबर को जारी किया गया था। इससे पहले 2012 में भी दोनों राज्यों के बीच चुनाव में काफी अंतर था। तब हिमाचल में एक ही चरण में 4 नवंबर को मतदान हुआ था। वहीं गुजरात में 13 और 17 दिसंबर को मतदान हुआ था, जबकि 20 तारीख को नतीजा आया था। लगभग ऐसा ही शेड्यूल इस बार भी रह सकता है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के चलते आयोग पहले ही वोटिंग कराने का प्लान बना रहा है। वहीं गुजरात में दिसंबर तक मतदान होना है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो रहा है। इसके अलावा गुजरात में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल फरवरी, 2023 तक है।