एसआरएमयू और टाटा मोटर्स लिमिटेड के बीच एमओयू पर हुआ हस्ताक्षर
प्रशिक्षुओं के लिए शुरू होगा एआईसीटीई और यूजीसी द्वारा अनुमोदित (कौशल्य कार्यक्रम के तहत) मेकाट्रोनिक्स इंजीनियरिंग डिप्लोमा में तीन वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम

अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।
लखनऊ। श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (एसआरएमयू) नेटाटा मोटर्स लिमिटेड, लखनऊ प्लांट के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) परहस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत कौशल्या कार्यक्रम के “अर्न एंड लर्न” मॉडल के तहतएआईसीटीई और यूजीसी द्वारा अनुमोदित मेकाट्रोनिक्स इंजीनियरिंग में 3-वर्षीयडिप्लोमा शुरू किया जाएगा। यह कार्यक्रम टाटा मोटर्स के कौशल्या प्रशिक्षुओं कोउन्नत कौशल प्रदान करने और ऑटोमोटिव उद्योग में भविष्य के लिए तैयारभूमिकाओं के लिए तैयार करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
आज टाटा मोटर्स लिमिटेड, लखनऊ कैंपस में दोनों संस्थानों के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एसआरएमयू की ओर से कुलपति प्रो. (डॉ.) विकास मिश्रा, रजिस्ट्रार प्रो. (डॉ.) नीरजा जिंदल और एसआरएमयू पॉलिटेक्निक के निदेशक एस.के. सिंह ने भाग लिया। वहीं, टाटा मोटर्स लिमिटेड की ओर से सीताराम कांडी, सीएचआरओ, टाटा मोटर्स लिमिटेड, मार्सेल फर्नांडिस, जीएम – कॉर्पोरेट स्किल डेवलपमेंट, दीपक कुमार, प्लांट हेड, लखनऊ, जसनीत राखड़ा, एचआर हेड, विकास देशवाल, हेड पर्चेज, आनंद एम. पाटिल, डीजीएम – स्किल डेवलपमेंट और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
एसआरएमयू के कुलपति प्रो. (डॉ.) विकास मिश्र ने अपने संबोधन में टाटा मोटर्स लिमिटेड को उनके विश्वास और साझेदारी के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हमें टाटा मोटर्स लिमिटेड के साथ इस अग्रणी पहल में सहयोग करने पर गर्व है।एसआरएमयू शिक्षा के उच्चतम मानकों को प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्धहै। ये प्रशिक्षु न केवल गहन सैद्धांतिक और व्यावसायिक ज्ञान प्राप्त करेंगे, बल्किउद्योग–तैयार पेशेवर बनने के लिए व्यापक प्रायोगिक प्रशिक्षण भी प्राप्त करेंगे।आपके निरंतर सहयोग से, एसआरएमयू उनके समग्र विकास और सार्थक करियरप्रगति को सुनिश्चित करेगा।” कुलपति ने आगे जोर देकर कहा कि यह कार्यक्रम शैक्षणिक गहनता और उद्योग संलग्नता का एक अनूठा मिश्रण है, जो ऑटोमोटिव क्षेत्र की बदलती कौशल मांगों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।
इस अवसर पर एसआरएमयू के चांसलर श्री पंकज अग्रवाल ने कहा कि यह साझेदारी भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार उद्योग–संरेखित कार्यबल के निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम है। वहीं, एसआरएमयू की प्रो–चांसलर श्रीमती पूजा अग्रवाल ने कहा कि हमें इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने पर गर्व है, जो युवाओं को शिक्षा, कौशल और अवसर के माध्यम से सशक्त बनाता है।
टाटा मोटर्स लिमिटेड, लखनऊ के प्लांट हेड श्री दीपक कुमार ने एसआरएमयू को इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम को शुरू करने में सहयोग और साझी दृष्टि के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “हम एसआरएमयू की प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं, जो हमारेप्रशिक्षुओं के भविष्य को आकार देने में हमारे साथ सहयोग कर रही है। कौशल्याकार्यक्रम के तहत यह पहल एक उच्च कुशल कार्यबल के विकास की दिशा में एकमहत्वपूर्ण कदम है। हम इसके सफल कार्यान्वयन और दीर्घकालिक प्रभाव कोसुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।“
मेकाट्रोनिक्स इंजीनियरिंग में 3-वर्षीय डिप्लोमा कोर्स एसआरएमयू में आयोजित किया जाएगा, जिसमें शैक्षणिक–उद्योग एकीकरण सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें नामांकित प्रशिक्षुओं को उन्नत कक्षा शिक्षण, प्रयोगशाला सत्र और टाटा मोटर्स की सुविधाओं पर कार्य–आधारित प्रशिक्षण का लाभ मिलेगा। यह समझौता ज्ञापन शिक्षा और उद्योग के बीच साझेदारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और यह दोनों संस्थानों के भारत के युवाओं को कौशल प्रदान करने और उच्च विकास वाले क्षेत्रों में उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।