राष्ट्रीय सेवा योजना के असली हकदार राहुल राज, स्वयं राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित

NEW Delhi: स्वयं के लिए जीना कोई बड़ी बात नहीं है जीवन तब सार्थक है जब हम इस छोटे से जीवन मे लोगों के लिए कुछ बड़ा कर जाये. इन दिनों देश कोरोना महामारी जैसे घातक बीमारी से जूझता रहा लोगों को अपनी जान बचाना मुसीबत था तो कोई किसी की क्या सुन लेता ऐसे में विमान आत्माएं जिन्होंने लोगों के हित के लिए उनको जीवनदान दिया उनकी रक्षा की वह पुरस्कार के हकदार तो हैं देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान 25 लाख से अधिक स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना जागरूकता और राहत गतिविधियों में जिला प्रशासन का हाथ बंटाया.
सेवा करने के दौरान कुछ स्वयंसेवकों और कार्यक्रम अधिकारियों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी. वे राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड (2019-2020) समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने झारखंड के बीआइटी मेसरा के एनएसएस स्वयंसेवक राहुल राज को समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कृत किया.
झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के बड़े भाई कामेश्वर राम के पुत्र राहुल राज को आज शुक्रवार को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया. बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के राहुल राज की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर जपला से शुरू हुई. इसके बाद डेहरी ऑन सोन के डीएवी पब्लिक स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई की. वर्तमान में रांची के बीआइटी मेसरा में अध्ययनरत हैं. बीआइटी मेसरा के एनएसएस स्वयंसेवक राहुल राज को समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना अवार्ड 2019-20 से पुरस्कृत किया गया. राहुल राज को पुरस्कृत किए जाने पर लोगों ने खुशी जाहिर की है. सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य रनसुमन सिंह, पिता कामेश्वर राम, मां सरिता देवी, बहन अनु भारती एवं निधि रानी समेत हुसैनाबाद के लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है.