नई दिल्ली : कोरोना महामारी के बाद से खाड़ी देशों पर लगे प्रतिबंध के कारण आवागमन की दिक्कते सामने पेश आ रही थी इंडिया और सुंयक्त अरब अमीरात समेत कई खाड़ी व अन्य देशों की यात्रा करने वाले यात्री पिछले काफी समय से भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर लगे बैन के हटने का इंतजार कर रहे हैं।इस वक्त दोनों देशों के बीच सिर्फ एयर रूट पर यात्रियों की भीड़ ही नहीं बल्कि किराया भी आसमान छू रहा है। हालांकि, यूएई जाने वाले या भारत आने वाले यात्रियों को जल्द ही इस असुविधा से राहत मिलने वाली है।
नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के इस साल के अंत तक सामान्य होने की उम्मीद है। कोविड महामारी के कारण पिछले साल मार्च के बाद से भारत में आने वाली और यहां से अन्यत्र जाने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवाएं निलंबित हैं। भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए 25से अधिक देशों के साथ ‘एयर बबल’ समझौता किया है।
उन्होंने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के बहुत जल्दी औऱ इस साल के अंत तक सामान्य होने की उम्मीद है। एयर बबल समझौता दो देशों के बीच उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने की एक अस्थायी व्यवस्था है। द्विपक्षीय एयर बबल समजौते के तहत, दोनों देशों की एयरलाइंस कुछ शर्तों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं।
वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारत के साथ अपनी सामान्य उड़ाने सेवाएं फिर से शुरू करने पर जोर दिया है। यूएई ने कहा है कि वह इस तरह के कदमों से यात्रा की बढ़ती लागत पर काबू पाने और यात्रियों को होने वाली कठिनाइयों को दूर करने में मदद मिलेगी। भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अहमद अल्बन्ना ने यह भी कहा कि, दोनों देश अगले साल की पहली छमाही तक एक समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, इससे व्यापार और निवेश संबंधों को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है। इसके साथ ही भारत-UAE के बीच सामान्य हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने का समर्थन किया।