Breaking
Axiom 4 Space Mission: लखनऊ के शुभांशु शुक्ला हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवानाकहीं ये वर्ल्ड वॉर की दस्तक तो नहीं? ईरान ने किया अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला११वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का एस.एम.एस में आयोजनअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एकेटीयू ने सूर्य नमस्कार का बनाया रिकॉर्डएसआरएमयू में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का हुआ आयोजनअहमदाबाद प्लेन क्रैश: लंदन जाता प्लेन उड़ते ही हॉस्टल पर जा गिरा, 242 की मौतफिर से टल गया लखनऊ के शुभांशु शुक्‍ला का स्पेस मिशन मिशन, Axiom-4 में आई तकनीकी खराबीजीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़, 11 की मौत18 साल के इंतजार के बाद आरसीबी ने थामी ट्रॉफी, पहली बार जीता आईपीएल का खिताबSMS में मंथन ”कार्यक्रम के अन्तर्गत अनलीश योर बेस्ट सेल्फ शीर्षक पर व्याख्यान आयोजित
Main slideउत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने संसदीय गरिमा बनाए रखने की अपील की

आनन्द गोपाल चतुर्वेदी।                               अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष  सतीश महाना ने आज कहा कि वर्तमान सत्र में हुई कुछ घटनाएं संसदीय लोकतंत्र के लिए चिंताजनक रही हैं। उन्होंने कहा कि विधायिका का दायित्व कार्यपालिका को नियंत्रित करना है, लेकिन यदि विधायिका स्वंय अनुशासनहीन होगी, तो वह अपने इस दायित्व का पालन नहीं कर सकती।
श्री महाना ने विधानसभा के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, “सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। पिछले ढाई वर्षों में सदन में कोई व्यवधान नहीं हुआ। यदि हाल में एक दिन व्यवधान हुआ है, तो यह चिंताजनक है। सभी सदस्यों को संसदीय गरिमा और उच्च परंपराओं का पालन करना चाहिए। यह जिम्मेदारी स्वयं सदस्यों की है।”
उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र जनहित के लिए है और इसे मजबूत बनाए रखने के लिए सभी राजनीतिक दलों को मिलकर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने बताया कि विधानसभा की छवि सुधारने और उसे एक आदर्श संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
श्री महाना ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चर्चित हो रही है। हाल ही में आयोजित सीपीए (कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन) बैठक के बाद, विधायकों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत विधायकों को पाँच समूहों में विभाजित कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें प्रमुख विषय हैं:
इनमें ‘‘मानदण्ड मानक और दिशा निर्देश सर्वोत्तम प्रणाली को अपनाकर संसदीय संस्थाओं को सुदढ़ बनाना’’, ‘‘वोट बनाम लाइक: असत्य समाचारों और कृत्रिम मीडिया के युग में लोकतान्त्रिक लचीलापन सुद्रढ करने में संसद की भूमिका’’, मानदण्ड मानक और दिशा निर्देशः सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर संसदीय संस्थाओं को सुदढ करना, ‘‘भेदभावपूर्ण कानून का मुकाबलाः लिंग आधारित हिंसा के विरूद्व 365 दिनों की सक्रियता’’ और ‘‘संसदीय प्रक्रियाओं और प्रयासों में कृत्रिम बुद्विमता एआई का उपयोग और चुनौतियां’’विषय शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि 18वीं विधानसभा के तहत विधायकों के साथ संवाद कार्यक्रम पहले भी आयोजित किए जा चुके हैं। आगामी संवाद कार्यक्रमों में विधायकों को जनहित के कार्यों में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
श्री महाना ने सोशल मीडिया के प्रभाव पर भी जोर देते हुए कहा कि सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार की खबरें तेजी से फैलती हैं। इसके समाधान के लिए संवाद कार्यक्रमों में चर्चा की जाएगी, ताकि विधायकों को इन चुनौतियों से निपटने में मदद मिल सके।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों से अपील की कि वे संसदीय गरिमा को बनाए रखें और जनहित के लिए समर्पित होकर कार्य करें। उन्होंने कहा, “मेरा प्रयास है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा को देश में एक आदर्श विधानसभा के रूप में स्थापित किया जाए।”

Related Articles

Back to top button