दिल्ली में बन रहें गंगा एक्सप्रेस वे की जानिए खासियत
दिल्ली: दिल्ली में जो गंगा एक्सप्रेस बनने जा रहा गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य कभी भी शुरू हो सकता है. गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण से लेकर निर्माण लागत तक की तैयारी हो चुकी है.पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने एक बड़ी रकम एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए दी है, लेकिन मेरठ से लेकर बुलंदशहर तक 59 किमी का गंगा एक्सप्रेस-वे दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के लिए बेहद खास होगा. दादरी में बन रहे मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब और मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (Multi Modal Transport Hub) के लिए यह एक्सप्रेस-वे संजीवनी साबित होगा. यहां ईस्टर्न-वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated freight corridor) को जोड़ने वाला रेल इंटरचेंज (Rail Interchange) भी बन रहा है.
ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे से लगे यमुना अथॉरिटी के एरिया में तमाम इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहे हैं. इसमें मेडिकल डिवाइस पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क, फूड पार्क समेत कई और बड़े प्रोजेक्ट हैं. इसके अलावा जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, टप्पल अर्बन सेंटर (जो एक छोटे शहर के रूप में बसाया जा रहा है) को भी गंगा एक्सप्रेस-वे का बड़ा फायदा मिलेगा.
इसके साथ ही टप्पल के पास बनने वाला डिफेंस कॉरिडोर भी गंगा एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाएगा. गौरतलब रहे वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण दादरी से मुम्बई तक किया जा रहा है. वहीं, ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर अमृतसर, मेरठ, खुर्जा होते हुए कोलकाता तक जाएगा.दिल्ली-एनसीआर में यहां से गुजरेगा गंगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होगा. मेरठ से शुरू होकर यह हापुड़ और बुलंदश्हर से गुजरता हुआ गौतमबुद्ध नगर तक दिल्ली-एनसीआर को जोड़ता हुआ निकलेगा. दिल्ली-एनसीआर में इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई कुल 59 किमी होगी, जिसमें से मेरठ में 15 किमी, हापुड़ में 33 और बुलंदशहर में 11 किमी होगी.