ऋषिकेश देशमुख ने ईडी के समन को किया नज़रअंदाज,हाईकोर्ट जाने की संभावना ।
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन को दरकिनार कर दिया वह एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए।
उनके वकील ने यहां कहा कि वह एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं वह अपनी अग्रिम जमानत के लिए अदालत जा सकते हैं।अधिवक्ता इंद्रपाल सिंह ने कहा कि ईडी ने ऋषिकेश देशमुख को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए, क्योंकि उनके जमानत के लिए सत्र अदालत या बॉम्बे हाईकोर्ट जाने की संभावना है।
सिंह ने कहा कि उन्होंने ईडी के समक्ष पेश होने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है वह अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
इससे पहले भी ऋषिकेश देशमुख ने ईडी के कई समन से किनारा किया है वह एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष जाने से बच रहे हैं। उनके पिता अनिल देशमुख को सोमवार को 13 घंटे की पूछताछ के बाद 2 नवंबर को तड़के गिरफ्तार किए जाने के बाद ऋषिकेश को फिर से बुलाया गया था। उनके पिता अनिल देशमुख को गिरफ्तार करने के बाद 6 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मार्च में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लिखे गए पत्र से उत्पन्न होने वाले कथित धन-शोधन के मामले में पिता-पुत्र की जोड़ी की जांच की जा रही है।
ईडी ने देशमुख परिवार से जुड़ी लगभग 4.2 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया कथित मनी-लॉन्ड्रिंग रैकेट में शामिल होने के आरोप में उनके कई सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है।
हालांकि 13 अक्टूबर को एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में, मुंबई के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी सिंह ने न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) के. जे. चांदीवाल आयोग से कहा कि उनके पास इस मामले में उपलब्ध कराने के लिए कोई सबूत नहीं है। सिंह का कई महीनों से लापता हैं, जिस पर अनिल देशमुख सवाल भी खड़े कर चुके हैं।
अनिल देशमुख, जिनकी ईडी हिरासत शनिवार को समाप्त हो रही है, को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
इस बीच बड़ी संख्या में अनिल देशमुख के समर्थकों ने काटोल विधानसभा क्षेत्र में ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया उनकी रिहाई की मांग की।