विकास खंड बिसवां में भी सफाईकर्मी के न आने से ग्रामीण परेशान

अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।
सीतापुर से भारतेन्दु शुक्ला की रिपोर्ट।
सीतापुर। राज्य सरकार ने बड़े अरमानों से नगर निकायों की तरह ही गांवों में भी सफाई कर्मियों की तैनाती की कि ग्रामो में गली एवं नालिया साफ़ सुथरी हो जाएगी लेकिन उन्हें क्या पता था की सफाई कर्मचारी अपने आप को जिला विकास अधिकारी से कम न आकेंगे। सफाई कर्मी कूड़ा उठाने व नालियों की सफाई करने से परहेज करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में गांवों में लोगों को खुद अपने हाथों सफाई करनी पड़ रही है। ग्राम कोटरा के विकास खंड बिसवां में भी सफाईकर्मी के न आने से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मचारी गांव में कभी-कभी आते है और मोटरसाइकिल से ही गांव का भ्रमण कर चले जाते है।
कभी-कभी अपने (उसके द्वारा रखेगे गये लड़के क़ो) किसी दिहाड़ी अनट्रेंड मजदूर क़ो भेजकर गॉव के मेन रोड की नाली साफ कराते है अब जब वह मजदूर अनट्रेंड ही होता है तो उसके पास कोई उचित साधन नहीं होते हैं जिससे कि वह नाली साफ कर सके ज्यों त्यों करके चला जाता है आज होली तक इंतजार करने के बाद जब सफाई कर्मी नही आया तो हमारे सवाददाता जो की ग्राम सभा कोटरा विकास खंड बिसवां के ही निवासी है उन्ही क़ो मज़बूरी में अपने मोहल्ले की नाली साफ करनी पड़ी चुंकि अगर आज नाली साफ नहीं करते तो ग्राम के लगभग 10 घरों का पानी उसी नाली में आता है जो आज उबरा कर खड़ंजा (खड़ंजा करीब 30 वर्ष पुराना है जिसे किसी भी प्रधान ने इन तीस वर्षो में लगवाने की नही सोचा ) पर आ जाता जिससे होली खेलने वाले बंधु एवं आम जन मानस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।