सब्जियों के भाव हुए कुछ कम, टमाटर भी आया कई पायदान नीचे।
लखनऊ, यूपी के सब्जी बाजारों में टमाटर सहित हरी सब्जियों के दर में कमी आई है। लोकल बाड़ियों से अब हरी सब्जियां शहर में पहुंचने लगी है। आवक अधिक होने की वजह से टमाटर के भाव गिरे हैं, वहीं अन्य हरी सब्जियां के भाव में भी सुधार आया है।शनिवार की सुबह थोक बाजार में टमाटर का भाव 200 रुपये गिरा। 1200 रुपये प्रति कैरेट बिकने वाला टमाटर एकदम से 1000 रुपये में आ गया। इसी तरह हरा मटर 80 रुपये किलो से सीधे 50 रुपये, बरबट्टी, बींस, भिंडी, ग्वारफली, मिर्ची, गाजर, अदरक सहित अन्य सब्जियों का भाव 10 से 25 रुपये के भीतर हैं। गोभी 25 रुपये से गिरकर 15 रुपये प्रति किलो भाव पर आ गया है। इसी तरह मेथी, पालक व लाल भाजी 10 रुपये किलो हैं। थोक बाजार के सब्जी विक्रेता राकेश कुमार का कहना है कि अब तेजी के साथ लोकल आवक शुरू हो गई है। इसी का नतीजा है कि सब्जियों का भाव उतरने लगे हैं। माहांत तक और कमी आएगी। वहीं लौकी, कुंदरू व मिर्ची का रेट भी काफी कम हो चुका है। लौकी 20 से 10, करेला 40 से 25, पालक 50 से 10, लाल भाजी 60 से 10 धनिया 25 रुपये प्रतिकिलो भाव है। इसके अलावा ठंड आते ही अब हरा मटर आ चुका है।,जिसकी शुरूआत में रेट 80 से 60 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा था लेकिन अब 45 से 50 रुपये तक बिक रहा है। सब्जी विक्रेता किरण यादव कहती है कि ठंड के सीजन में हरी सब्जियों की मांग अधिक रहती है। मांगलिक और वैवाहिक सीजन होने के कारण बड़ी संख्या में आर्डर मिलते हैं। सब्जियों के भाव कम होने से काफी राहत मिलती है। दल्लीराजहरा मे चिह्लर बाजार में
लहसुन के भाव गिरे
दल्ली राजहरा में लहसुन के भाव गिरे हैं अन्य सब्जियों में जिस तरह दरें कम हुई है उसी तर्ज पर लहसुन के भाव भी सुधार आया है। लगातार तेजी आने की वजह से लहसुन की बिक्री कम हो गई थी, परंतु अब लहसुन के भाव में उतार आने के कारण ग्राहकी अच्छी है ऐसा सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है, दल्लीराजहरा थोक सब्जी मंडी में शनिवार को लहसुन के दाम टूट गए। लहसुन में माल ऊपर में 2500 रुपये तक बिक रहा है। ऊंटी सुपर बोल्ड क्वालिटी की लहसुन की आवक न के बराबर है। इसी तरह प्याज के पुराने माल में भी लेवाली कमजोर है। कारोबारियों के अनुसार पुराने प्याज में सर्दी के मौसम के चलते क्वालिटी गिर रही है। प्याज में अंकुर फूटने की शिकायत आ रही है। ऐसे में बाहर भेजा जाने वाला माल भी रिजेक्ट हो रहा है। नतीजा लेवालों की रुचि नए प्याज में है लेकिन नए की आवक सीमित है। पुराना प्याज सुपर ऊपर में 1500 तक बिक रहा है। जबकि नए प्याज में सुपर माल की खरीदी 2100 रुपये में भी हो रही है।