लखनऊ: पिछले 2 दिनों में मूसलाधार बारिश ने जो कहर उत्तर प्रदेश में ढाया है उसे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है भारी बारिश के चलते सभी का काम ठप हो गए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ हो रही मूसलाधार बारिश ने सालों पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं सड़कें पूरी तरह से जलमग्न हैं लोगों के घरों में और गलियारों में तालाब बन गए हैं वहीं मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अभी दो दिनों तक इस मौसम से निजात मिलने की कोई राह नहीं है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि 17 सितंबर के बाद बारिश में कमी आ सकती है. वहीं राजधानी दिल्ली में बारिश ने सालों पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यहां भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है. आज यानी शुक्रवार को मध्य प्रदेश और गुजरात समेत देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग की ओर से गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में 17 सितंबर को भारी से अति भारी और 18 से 20 सितंबर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं उत्तराखंड में भी 19 से 22 सितंबर के बीच भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. इसके अलावा पूर्वी राजस्थान और गुजरात में आज यानी शुक्रवार को भारी बारिश के आसार है. वहीं इन दोनों राज्यों में बारिश की गतिविधियां तेज होने और 18 से 22 सितंबर के बीच भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश की गतिविधियों में कमी आ सकती है. हालांकि यहां भी 18 से 20 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है.
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों से हो रही बारिश ने हाहाकार मचा दिया है. इस दौरान राज्य के पूर्वी हिस्से में मूसलाधार बारिश हुई है. जिसकी वजह से कई शहरों में जल भराव हो गया है. साथ ही तेज बारिश के कारण हुए हादसों में करीब 22 लोगों की मौत हो चुकी है. आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में प्रतापगढ़ और अयोध्या में सबसे ज्यादा 20-20 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा अमेठी के फुरसतगंज में 19, प्रतापगढ़ के कुंडा, चित्रकूट के मऊ, प्रतापगढ़ के पट्टी, बस्ती, लालगंज (प्रतापगढ़) तथा रायबरेली में 17-17 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके साथ ही सूबे की राजधानी लखनऊ में 11 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है
यहां सड़कें और रेल मार्ग जलमग्न होने के कारण यातायात पर बुरा असर पड़ा. बारिश के चलते प्रदेश के विभिन्न जिलों में दीवार या फिर मकान गिरने की घटनाएं भी हुई हैं. इन घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जौनपुर में चार, फतेहपुर में तीन, बाराबंकी और प्रतापगढ़ में दो-दो तथा कुशीनगर और सुल्तानपुर में एक-एक शख्स की मौत होने की सूचना है. जौनपुर से प्राप्त सूचना के मुताबिक जिले में बारिश के कारण कच्चे मकानों की दीवार ढहने की अलग-अलग घटनाओं में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत कुल चार लोगों की जान गई है।
उत्तर प्रदेश में हो रही तेज बारिश के चलते स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने शुक्रवार और शनिवार को स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मण्डलायुक्तों तथा जिलाधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारीगण क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्यों पर नजर रखें. उन्होंने अगले 2 यानी 17 और 18 सितम्बर को प्रदेश में स्कूल-कॉलेजों सहित सभी शिक्षण संस्थानों को बन्द रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.