यूक्रेन युद्ध में पुतिन के साथ सऊदी अरब- UAE? जो बाइडेन से किया किनारा
नई दिल्ली: रूस के कच्चे तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिका (US) तेल की कीमतों में आयी तूफानी तेजी को रोकने के मकसद से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सऊदी अरब (Saudi Arabia) से बातचीत करने का असफल प्रयास कर रहा है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के शासक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बातचीत के लिये भी तैयार नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समर्थन बनाने की कोशिश करना चाह रहे हैं और साथ ही कच्चे तेल की कीमतों पर लगाम लगाने के लिये दोनों देशों के साथ बातचीत करना चाह रहे हैं.
अमेरिका से नहीं की बात
अधिकारियों ने बताया कि सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान और यूएई के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान दोनों ने हाल के सप्ताहों में बाइडेन से बात करने के अमेरिका के आग्रह को ठुकरा दिया है. सऊदी अरब और यूएई के अधिकारी पिछले कुछ दिनों से खाड़ी में अमेरिका की नीति का मुखर विरोध कर रहे हैं. दोनों देशों के शासकों ने एक तरह से अमेरिका को यह संकेत दे दिया है कि जब तक यमन और अन्य जगहों पर अमेरिका उनका समर्थन नहीं करेगा, तो वे भी कच्चे तेल की कीमतों पर लगाम लगाने के लिये कुछ नहीं करेंगे.
रिपोर्ट के अनुसार दोनों शासकों के फोन का इंतजार किया जाता रहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं किया. इससे पहले भी इस बारे में रिपोर्ट आयी है कि अमेरिका कच्चे तेल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये सऊद अरब ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने का आग्रह करेगा. इसी संबंध में बातचीत करने के लिये बाइडेन के कुछ समय बाद सऊदी अरब के दौरे पर भी जाने की चर्चा हो रही है.