सुकून की तलाश है और प्राकृतिक सौंदर्य की सैर करना चाहते हैं तो चले आईये देवभूमि ।

Uttarakhand : जिंदगी की भाग दौड़ और चकाचौंध से अगर चाहते हैं सुकून के पल तो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित ‘औली’से अच्छी कोई जगह ही नहीं है, औली को राज्य के सबसे खूबसूरत जगहों में गिना जाता है.उत्तराखंड को देवों की भूमि तो कहा ही जाता है लेकिन प्राकृतिक सुंदरता की वजह से भी ये देश के सबसे सुंदर राज्यों में से एक है. यहां पूरे साल तक पर्यटक आते रहते हैं और अलग-अलग पर्यटन स्थलों का आनंद लेते हैं. अगर आप भी जिंदगी की भाग-दौड़ के बीच कुछ दिन सुकून और आनंद चाहते हैं तो आज हम उत्तराखंड के एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जाकर आप एकदम तरोताज़ा महसूस करेंगे. हम बात कर रहे हैं
इसके साथ-साथ ‘औली’ देश के सबसे फेमस स्कीइंग डेस्टिनेशन्स में से एक है. स्कीइंग करने के अलावा आप यहां नंदा देवी, माना पर्वत और कामत जैसे पर्वत श्रृंखलाओं को भी देख सकते हैं. औली के चारों तरफ बर्फ से घिरी हिमालय की पहाड़ियां, शाहबलूत, देवदार के ऊंचे-ऊंचे पेड़, हरे-भरे घास के मैदान और पहाड़ों का ढलान है, जिसकी ऊंचाई 2 हजार 519 मीटर से 3 हजार 49 मीटर के बीच
देहरादून का जॉली ग्रैंट एयरपोर्ट सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है जो औली से 220 किलोमीटर दूर है. दिल्ली सहित कई शहरों से हर दिन फ्लाइट्स देहरादून आती हैं. موقع حقيقي لربح المال एयरपोर्ट से बस या टैक्सी के जरिए आसानी से औली पहुंच सकते हैं.
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन औली का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो यहां से 230 किलोमीटर दूर है. दिल्ली से हरिद्वार और ऋषिकेश के लिए कई सुपरफास्ट ट्रेनें चलती हैं. रेलवे स्टेशन पहुंचकर यात्री चाहें तो कैब, टैक्सी या बजट बस सर्विस के जरिए औली पहुंच सकते हैं.
दिल्ली के कश्मीरी गेट से ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून और औली के लिए बसें चलती हैं. العاب بلاك جاك आप चाहें तो जीप या ट्रैक्सी हायर कर भी NH94 के जरिए औली पहुंच सकते हैं. 1xbet عربي इसके अलवा NH58 भी ऋषिकेश को औली से जोड़ता है और महज 5 से 6 घंटे में आप औली पहुंच सकते हैं.
कब जाएं औली?
वैसे तो आप साल के 365 दिन औली जा सकते हैं लेकिन चूंकि औली स्नो स्कीइंग के लिए फेमस है लिहाजा अगर आप भी स्कीइंग के इरादे से औली जाना चाहते हैं तो नवंबर से मार्च के बीच का समय सबसे बेस्ट रहेगा.
नोट- अगर आप घूमने जा रहे हैं तो राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कोरोना संबंधी गाइडलाइन को जरूर पढ़ें. उत्तराखंड की सैर करने के लिए कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट या दोनों खुराक की वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी है.