Latest News
सी.एम.एस. में 22 नवम्बर से 54 देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश व कानूनविद् पधारेंगे लखनऊरामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय ने किया एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजनभूस्खलन की वजह से 80 लोगों की मौत, केरल में दो दिनों का शोक, राहुल-प्रियंका जाएंगे वायनाडबंथरा ब्राह्मण हत्या काण्ड: दिवंगत रितिक पाण्डेय के परिवार से मिलेगा ब्राह्मण प्रतिनिधि मंडलकारगिल युद्ध में भारत की विजय को आज 25 साल पूरे Early News Hindi Daily E-Paper 7 July 2024UK आम चुनाव में ऋषि सुनक की करारी हार, लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर नए प्रधानमंत्री7 जुलाई को गुजरात दौरे पर राहुल, गिरफ्तार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर वालो से मिलेंगेEarly News Hindi Daily E-Paper 6 July 2024Early News Hindi Daily E-Paper 5 July 2024
अंतर्राष्ट्रीय

पिछले महीने ही जताई गई अफ़गान पर होगा तालिबान का कब्जा: अमेरिका

International: अमेरिका के दूतावासों का कहना है पिछले महीने आशंका जताई जा रही थी कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो सकता है और यह बात हुई सच.इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिकी दूतावास के करीब एक दर्जन अधिकारियों (US diplomats) ने जुलाई में ही काबुल पर तालिबान के कब्जे को लेकर चेतावनी जारी की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारियों को काबुल में तालिबान के आने की भनक तभी लग गई थी जब अमेरिका ने 31 अगस्त तक अपनी सेना की वापसी का ऐलान किया था. बता दें कि तालिबान के लड़ाके 15 अगस्त को काबुल में घुसे थे. इसके बाद तालिबान की तरफ से पूरे अफगानिस्तान पर कब्जे का ऐलान किया गया था.

काबुल में अमेरिकी दूतावास के हवाले से दावा किया है कि जुलाई के मध्य में इसको लेकर चेतावनी दी गई थी. अधिकारियों ने कहा था कि तालिबान का काबुल में आना तय है और अफगानिस्तान की सेना उन्हें नहीं रोक पाएगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 जुलाई को तालिबान के अत्याचरों का जिक्र करते हुए सख्त भाषा में विदेश विभाग को चेताया गया था.

क्या अमेरिका ने चेतावनी को नजअंदाज किया?

द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने दावा किया है कि चेतावनी के साथ-साथ अमेरिकी अधिकारियों को बताया गया था कि कैसे इस संकट की चुनौती का सामना किया जाए. साथ ही बताया था कि कैसे अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों और राजनयिकों को बाहर निकाला जाए. बता दें कि जिस तरीके से अमेरिका ने अपने लोगों को काबुल से बाहर निकाला है, इसकी आलोचना भी कई लोग कह रहे हैं. आरोप लग रहे हैं कि अमेरिका ने निकासी में देरी की. हालांकि अमेरिकी अधिकारियों ने इस खबर का खंडन किया है.

Show More
[sf id=2 layout=8]

Related Articles

Back to top button