तेजप्रताप यादव ने नई पार्टी जनशक्ति जनता दल का किया ऐलान

अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।
बिहार। बिहार विधानसभा चुनाव 225 के रण में सभी राजनीतिक पार्टियां पूरी तैयारी के साथ उतरने के लिए तैयार हैं। लेकिन अब इस चुनावी रण में एक और नई पार्टी टक्कर देने को तैयार है। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया है। तेज प्रताप यादव की पार्टी का नाम ‘जनशक्ति जनता दल’ है और पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘ब्लैक बोर्ड’ है। तेज प्रताप यादव ने अपने ऑफिशियल X हैंडल पर चुनाव चिन्ह के साथ अपनी पार्टी का पोस्टर भी जारी कर दिया है।
तेज प्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल बिहार के संपूर्ण विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित और तत्पर है। तेज प्रताप यादव ने X हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पार्टी का मकसद राज्य में संपूर्ण बदलाव करने के साथ ही एक नई व्यवस्था का निर्माण करना है। जनशक्ति जनता दल के जरिए तेज प्रताप यादव राज्य के संपूर्ण विकास के लिए न सिर्फ संघर्ष करेंगे, बल्कि आगामी चुनावी रण में उतरकर विरोधियों को भी कड़ी टक्कर देने का काम करेंगे।
तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल का पोस्टर लॉन्च किया है। इस पोस्टर में 5 महापुरुषों महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, बीआर अंबेडकर, जय प्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर की तस्वीरें हैं। तेज प्रतार यादव द्वारा नई पार्टी के ऐलान से आरजेडी में खलबली मच गई हैं। क्योंकि तेज प्रताप अपनी नई पार्टी से सीधे तौर पर तेजस्वी यादव को चुनौती देंगे, क्योंकि तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा हैं।
तेज प्रताप यादव आरजेडी के वोटों में सेंध लगाकर तोड़ सकते हैं। वहीं आरजेडी के नेताओं को टिकट न मिलने से नाराज होने विधायकों भी तेज प्रताप तोड़ कर अपने भाई तेजस्वी यादव को झटका दे सकते हैं। हालांकि यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा कि तेज प्रताप की पार्टी को राज्य में कितना समर्थन मिलता है और बिहार की राजनीति में जनशक्ति जनता दल को कितनी जगह मिल पाती है।
कुछ महीनों पहले बिहार में लालू परिवार को राजनीति में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। तेज प्रताप यादव की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जिसके बाद उनकी परिवार से दूरी बढ़ने की खबरें आई थीं। इस तस्वीरों के कारण तेज प्रताप यादव को पिता लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसी के बाद से तेज प्रताप यादव की सियासत को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। वहीं कई मौकों पर तेज प्रताप यादव ने नई पार्टी बनाने के संकेत भी दिए थे।



