Breaking
Axiom 4 Space Mission: लखनऊ के शुभांशु शुक्ला हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवानाकहीं ये वर्ल्ड वॉर की दस्तक तो नहीं? ईरान ने किया अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला११वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का एस.एम.एस में आयोजनअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एकेटीयू ने सूर्य नमस्कार का बनाया रिकॉर्डएसआरएमयू में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का हुआ आयोजनअहमदाबाद प्लेन क्रैश: लंदन जाता प्लेन उड़ते ही हॉस्टल पर जा गिरा, 242 की मौतफिर से टल गया लखनऊ के शुभांशु शुक्‍ला का स्पेस मिशन मिशन, Axiom-4 में आई तकनीकी खराबीजीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़, 11 की मौत18 साल के इंतजार के बाद आरसीबी ने थामी ट्रॉफी, पहली बार जीता आईपीएल का खिताबSMS में मंथन ”कार्यक्रम के अन्तर्गत अनलीश योर बेस्ट सेल्फ शीर्षक पर व्याख्यान आयोजित
अंतर्राष्ट्रीय

इंडियन डॉक्टर ने पत्र लिखकर बयां की स्थिति; जान बचाने की लगाई गुहार, नहीं थम रही हिंसा साउथ अफ्रीका में

डरबन। दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में जारी हिंसा में भारतीयों (Indians) को भी निशाना बनाया जा रहा है. पिछले कई दिनों से अफ्रीका के अलग-अलग शहरों में हिंसा भड़की हुई है, जिसमें अब तक 70 लोग मारे जा चुके हैं. दंगाई लोगों के घर, दुकानों को लूट रहे हैं, शॉपिंग मॉल्स में तोड़फोड़ कर रहे हैं. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि दक्षिण अफ्रीका में फूड सप्लाई बाधित हो गई है, जिसके चलते लोगों के सामने खाने-पीने का संकट भी खड़ा हो गया है.

साउथ अफ्रीका में रहने वाले डॉक्टर ने संपादक के नाम पत्र में लिखा है, ‘आज यह पत्र लिखते समय मुझे नहीं पता कि कल मैं जीवित रहूंगा या नहीं. मैं एक युवा भारतीय हूं, जिसके पूर्वज भारत से यहां आकर बस गए थे. मैं डरबन में रहता हूं और पेशे से डॉक्टर हूं. यहां जारी हिंसा में भारतीयों को भी बड़े पैमाने पर निशाना बनाया जा रहा है’.

डॉक्टर ने आगे लिखा है, ‘दंगाइयों ने मॉल और राशन की दुकानों को आग के हवाले कर दिया है. पेट्रोल स्टेशनों और कम्युनिकेशन टावरों को निशाना बनाया जा रहा है, ताकि लोगों को कहीं से सहायता न मिले. मैं और मेरे जैसे अन्य डॉक्टर अपने मरीजों को देखने अस्पताल तक नहीं जा पा रहे हैं, जो कोरोना से भी ज्यादा बुरी स्थिति का सामना कर रहे हैं. कृपया हमारी मदद करें’.

पत्र में यह भी बताया गया है कि Durban और KwaZulu-Natal में नरसंहार की योजना बनाई गई है. डॉक्टर के मुताबिक, कोई भी फ्लाइट उपलब्ध नहीं है. ऐसे में हमारा दक्षिण अफ्रीका से बाहर निकलना संभव नहीं हो पा रहा है. उन्होंने लिखा है, ‘कृपया हमारी मदद करें, हमारे लिए दुआ करें. पता नहीं ये नेटवर्क और इंटरनेट कब बंद हो जाए. मैं अपने देश से प्यार करता हूं, लेकिन बुरे लोग हमें चोट पहुंचाने के लिए अच्छे लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं’.

Related Articles

Back to top button