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उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में बस तीन मीटर की खुदाई बाकी, स्थानीय लोगों ने की दुआ

नई दिल्ली। उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम जोरों पर है. पिछले 17 दिनों से टनल के अंदर मजदूर फंसे हुए हैं. टनल से मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हाइटेक अभियान के साथ साथ पारंपरिक बचाव के उपायों को भी अमल में लाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में तमाम तरह की मुश्किलें भी सामने पेश आ रही हैं. जैसे मौसम का संकट है, इसके साथ ही ऑगर मशीन जो उम्मीद की किरण थी उसमें भी तकनीकी खामी आ गई थी. मौजूदा समय में रैट माइनर्स के जरिए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है. इसके साथ ही वर्टिकल ड्रिलिंग का भी काम किया जा रहा है.

सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने की कवायद जारी है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगर सबकुछ रहा तो सुरंग से मजदूरों को आज ही निकालने में कामयाबी मिल जाएगी. स्थानीय महिलाओं ने गीत के जरिए भगवान से दुआ मांगी. इन सबके बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद सुबह मौके पर पहुंचे थे और हालात का जायजा लिया था. उसके बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को ताजा जानकारी दी. माइक्रो टनल एक्सपर्ट क्रिस कूपर का कहना है कि उम्मीद है कि अब बहुत जल्द कामयाबी मिल जाएगी.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने सुबह सिलक्यारा पहुंचकर टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया श्रमिकों को बाहर निकालने हेतु 52 मीटर तक पाइप पुश किया जा चुका है, अब हम लक्ष्य से केवल 3 मीटर दूर हैं. इस दौरान टनल में फंसे श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को श्रमिक भाइयों से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए.  सभी श्रमिक स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं. केंद्रीय एजेंसियों, सेना, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन की टीमें अथक परिश्रम के साथ कार्य कर रही हैं जिसके परिणाम स्वरूप शीघ्र ही श्रमिक बंधु हमारे साथ होंगे. बाबा बौख नाग जी से सभी श्रमिक भाइयों के सकुशल बाहर निकालने हेतु संचालित रेस्क्यू ऑपरेशन की शीघ्र सफलता की कामना करता हूं.

सिल्क्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम जारी है. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उम्मीद है कि बहुत जल्द ही कामयाबी मिल जाएगी. इन सबके बीच 41 मजदूरों के परिवार से कहा गया है कि वे लोग कपड़ों और दूसरे सामानों के साथ तैयार रहें. टनल से निकाले जाने के बाद मजदूरों को चिनयालिसौर अस्पताल ले जाए जाएगा. बता दें कि एआई तकनीक से मजदूरों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक मीटर पाइप उनके सामने आया है.अभी दो पाइप और जायेंगे तो 54 मीटर हो जायेगा अभी कंक्रीट मिल रहा है उसे कटर के जरिए काटने का काम हो रहा है. अभी 52 मीटर तक की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. उम्मीद है कि जल्द ही कामयाबी मिलेगी और हम मजदूरों को निकालन पाने में कामयाब होंगे.

सिल्क्यारा टनल में रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए खुद सीएम पुष्कर सिंह धामी मौके पर मौजूद हैं. बताया जा रहा है कि अगर मौसम ने आज साथ दिया तो अच्छी खबर आ सकती है. बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरकाशी में बारिश की संभावना जताई गई है. अगर बारिश होती है को रेस्क्यू ऑपरेशन को जारी रखने में मुश्किल आ सकती है. इस समय वर्टिकल ड्रिलिंग और समतल ड्रिलिंग दोनों काम जारी है.

माइक्रो टनलिंग के एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने बड़ी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि बीती रात हमने सफलता के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाया है. हम 50 मीटर की दूरी तक पहुंच चुके हैं. अब 3 से 4 मीटर आगे जाना है, बीती रात किसी तरह की परेशानी नहीं आई.अभी तक की प्रगति पूरी तरह संतोषजनक है. 

सिलक्यारा टनल रेस्क्यू का सत्रहवें दिन टनल में रैट माइनर्स टीम ने रात भर किया. मैनुअल ड्रिलिंग 3 मीटर पाइप आगे डाला गया लेकिन कुछ लोहे की रॉड आने से अभी अवरोध लोहे की रोड काटने का काम जारी रैट माइनर्स को लगभग 7 मीटर और मैनुअल ड्रिल करना है अगले 24 घंटे या उससे कम समय में कामयाबी मिल सकती है.

उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू को लेकर सीएम पुष्कर धामी बड़ी बैठक करने वाले हैं. सुबह 9 बजे के करीब  की ITBP सेंटर मातली में यह बैठक होगी. अस्थाई सचिवालय सीएम की मीटिंग में आला अधिकारी मौजूद रहेंगे.इस बैठक में सिलक्यारा टनल रेस्क्यू पर अब तक की प्रगति पर समीक्षा होगी.  

आने वाले तीन दिन तक  उत्तरकाशी में मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है. इसकी वजह से वर्टिकल ड्रिलिंग के कार्य में अड़चन आ सकती है. इन सबके बीच 36 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. हालांकि 50 मीटर की दूरी अभी भी बाकी है. मौसम विभाग ने 24 से 36 घंटे के लिए बारिश भविष्यवाणी की है.  प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है. ऐसे में उत्तरकाशी जनपद में चल रहा टनल का रेस्क्यू ऑपरेशन थोड़ा प्रभावित हो सकता है.

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