कोविड नियमों का पालन न करने के एवज़ प्रोटोकाल को 30 नवंबर तक बढ़ाया
नई दिल्ली,इस समय देश दीपावली की तैयारियों में लगा है। खरीदारी करने वालों से बाजारों में जमकर भीड़ हो रही है।कोई जगह एैसी नही जहाँ भीड़ का रेला न चल रहा हो, बसें खचाखच भरी हैं, ट्रेनों मे रिजर्वेशन नही यानी तिल धरने की जगह नही, घूमते ,खाते, पीते, मौज मस्ती करते लोग शायद भूल गए कि देश महामारी से भी गुज़र रहा था, क्या इस सब के बीच कोविड नियमों का पालन हो रहा है?
लोकल सर्कल के अध्ययन में इसको लेकर चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। अध्ययन के मुताबिक, केवल दो प्रतिशत भारतीयों को लगता है कि मास्क लगाना कोरोना से बचाव का एक प्रभावी उपाय है जबकि केवल तीन प्रतिशत लोगों ने महसूस किया है कि उनके इलाकों और जिलों में लोग सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। अध्ययन में कहा गया है कि 96 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यात्राओं के दौरान लोग सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। वहीं, 16 प्रतिशत का मानना है कि यात्राओं के दौरान लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं।
देश के 366 जिलों के 20 हजार से अधिक लोगों से मिलीं 39 हजार प्रतिक्रियाओं के आधार पर यह अध्ययन किया गया है। इनमें 47 प्रतिशत लोग टियर-1, 30 प्रतिशत लोग टियर-2 और 23 प्रतिशत लोग टियर-3 व 4 जिलों के हैं। इनमें 65 प्रतिशत पुरुष, जबकि 35 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।
देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए कोविड प्रोटोकाल को अभी जारी रखने का फैसला लिया गया है. केंद्र सरकार ने कोरोना रोकथाम उपायों को 30 नवंबर तक बढ़ा दिया है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में कहा है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मौजूदा प्रोटोकाल 30 नवंबर तक जारी रहेंगे।