राहुल गाँधी का PM मोदी पर करारा हमला ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक साजिश है, आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा है
नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज चुनावी बॉन्ड का मुद्दा सामने रखते हुए अपना सबसे बड़ा दर्द साझा किया. जी हां, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके साथ राहुल गांधी आए. एक-एक कर नेताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी को वित्तीय रूप से पंगु बनाने की साजिश हो रही है. ऐसे में संसाधनों का इस्तेमाल एक पार्टी ही कर पा रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि यह कैसा चुनाव होगा? पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और अजय माकन ने कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज किए जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते करीब एक महीने पहले फ्रीज कर दिए गए. कांग्रेस को देश की 20% जनता वोट देती है, लेकिन आज हम रेल टिकट नहीं खरीद सकते, हम विज्ञापन नहीं दे सकते. 14 लाख रुपये का मामला है और 200 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया गया है, जिसपर ज्यादा से ज्यादा 10 हजार का जुर्माना लग सकता है. ये कांग्रेस के खिलाफ आपराधिक साजिश है, जो हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री कर रहे हैं. आज देश में लोकतंत्र नहीं बचा है.
हां, माकन ने दावा किया कि मोतीलाल बोरा जी के समय 2017-18 के एक केस पर इनकम टैक्स विभाग ने 7 साल बाद अब बैंक खाते फ्रीज किए हैं. मैंने कहा कि सात साल पुराने… कैसे फ्रीज किए जा सकते हैं? वो भी इस समय पर. (जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है).
उन्होंने आगे कहा कि पिछले हफ्ते यह नोटिस सीताराम केसरी जी के जमाने का आया है. 1994-95 के समय का नोटिस अब आया है. आगे और फ्रीज करने की कवायद होगी. ये कैसा लोकतंत्र है? अगर इसी तरह से जाएंगे तो महात्मा गांधी के समय जमनालाल बजाज हुआ करते थे तो उस समय का भी कुछ निकालकर आज हमारे खाते फ्रीज किए जाएंगे तो ये कैसा लोकतंत्र है? ऐसा किया जा रहा है जिससे हम चुनाव ही न लड़ पाएं.
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने इनकम टैक्स ऐक्ट की किताब दिखाते हुए कहा कि इसका सेक्शन 234 (एफ) कहता है कि देर से इनकम टैक्स पर सिर्फ 10 हजार रुपये की अधिकतम पेनल्टी लगाई जा सकती है. हमारे ऊपर 210 करोड़ का पेनल्टी मार्क कर दिया गया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि इलेक्टोरल बॉन्ड से BJP ने हजारों करोड़ से ज्यादा अपने अकाउंट में भर लिए हैं. दूसरी तरफ साजिशन कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. इसलिए कि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ पाएं. ये BJP का खतरनाक खेल है. सरकार विपक्ष को असहाय बना रही है ताकि हम चुनाव ना लड़ सकें. बीजेपी ने चुनावी चंदा बॉन्ड से 56 प्रतिशत धनराशि हासिल की है. 70 साल में ऐसा नहीं हुआ. पहली बार ये सरकार अनेक ढंग से पैसा कमा रही है. इसके दूरगामी परिणाम होंगे… इस तरीके से किसी राजनीतिक दल को असहाय बनाकर चुनाव लड़ने में बाधा पैदा कर फ्री और फेयर इलेक्शन नहीं कहा जा सकता. इलेक्टोरल बॉन्ड से 56% चंदा बीजेपी को मिला है और 11% कांग्रेस को. आप इनके खर्चे देखिए.