देहरादून : कोर्ट के सख्त आदेश के विरुद्ध लोगों ने जम कर मनाई दिवाली, अमावस्या की की रात उत्तराखंड में वायु प्रदूषण बढ़ा। दून-हरिद्वार में यह खतरनाक स्तर पर दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने छह प्रमुख शहरों के आंकड़े जारी किए।
इसके अनुसार, दून, ऋषिकेश और हल्द्वानी में पिछले साल के मुकाबले प्रदूषण बढ़ा है। जहां पिछली दिवाली दून में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 317 था, वो इस दिवाली 327 दर्ज किया गया। दून में सबसे ज्यादा प्रदूषण घंटाघर पर दर्ज किया गया, जहां एक्यूआई 348 रहा। यह बेहद खतरनाक है और इससे सामान्य लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
नेहरू कॉलोनी में एक्यूआई 306 रहा। ऋषिकेश में पिछली दिवाली एक्यूआई 198 था, जो इस बार 257 हो गया। इसी तरह हल्द्वानी में पिछली दिवाली पर एक्यूआई 217 था, जो इस दिवाली 251 दर्ज किया गया। हरिद्वार में एक्यूआई 321 दर्ज किया गया, जो पिछली दिवाली की तुलना में कम तो है, लेकिन पिछले एक साल के प्रदूषण स्तर से ज्यादा है। प्रदूषण स्तर 300 से ज्यादा होना बेहद खराब श्रेणी में आता है।
प्रदूषण में दस अंकों की बढ़ोतरी
इस बार प्रमुख शहरों में दिवाली पर प्रदूषण बढ़ना चिंताजनक है। क्योंकि, कोविड कफ्र्यू के चलते वायु बेहद साफ हो चुकी थी, लेकिन अचानक प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच जाने से विशेषज्ञ भी चिंतित है। इस बार पटाखों पर प्रतिबंध न होना प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
शहर 2020 2021
देहरादून 317 327
ऋषिकेश 198 257
हरिद्वार 352 321
काशीपुर 314 267
हल्द्वानी 297 251
रुद्रपुर नहीं मापा 263
एक्यूआई श्रेणी
00-50 : अच्छा
51-100 : संतोषजनक
101-200 : हल्का खराब
201-300 : खराब
301-400 : बहुत खराब
401 प्लस : गंभीर