आजादी के 75वे स्वतंत्रता दिवस पर सेना के दो हेलिकॉप्टर्स करेंगे पुष्पवर्षा
दिल्ली। इस बार का स्वतंत्रता दिवस बहुत खास होने वाला है, क्योंकि 15 अगस्त की सुबह जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहरा रहे होंगे तब आसमान से फूल बरसेंगे. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 1वी (Mi-17 1V) हेलीकॉप्टर पहली बार समारोह स्थल के ऊपर पुष्प वर्षा करेंगे.
दरअसल, इस बार टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के अधिकारियों को लाल किले में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. जैबलीन में गोल्ड जीतकर भारत की झोली में स्वर्ण पदक रखने वाले और सेना में सूबेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) सहित ओलंपिक के तमाम खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है. इस कार्यक्रम में लगभग 240 ओलंपियन, सहयोगी स्टाफ, साई और खेल महासंघ के अधिकारियों को भी प्राचीर के सामने ज्ञान पथ की शोभा बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया है.
मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में रविवार सुबह लाल किले पर आयोजित समारोह की विस्तार से क्रमबद्ध जानकारी दी है, जिसमें बताया गया कि लाल किले पर प्रधानमंत्री के आगमन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार उनकी अगवानी करेंगे. مواقع مراهنات كرة القدم साथ ही बताया गया कि कोविड-19 (Covid-19) से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लाल किले की प्राचीर के दक्षिण की ओर एक अलग ब्लॉक का निर्माण किया गया है. इसके बाद रक्षा सचिव, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे. इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी मोदी को सैल्यूटिंग बेस तक लेकर जाएंगे, जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस प्रत्येक के विभागों में से 1-1 अधिकारी और 20-20 जवान शामिल होंगे. इसके बाद सलामी गारद के निरीक्षण के बाद प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया द्वारा किया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, दिल्ली क्षेत्र के जीओसी राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रधानमंत्री को प्राचीर स्थित मंच पर ले जाएंगे. ध्वज फहराने के बाद तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी जाएगी. साथ ही नौसेना के बैंड राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्रगान की धुन बजाएंगे. العاب تجيب فلوس इसमें 16 लोग शामिल रहेंगे. इस बैंड का संचालन एमसीपीओ विंसेंट जॉनसन द्वारा किया जाएगा. قوانين لعبة الروليت ध्वजारोहण के दौरान लेफ्टिनेंट कमांडर पी. प्रियंबदा साहू द्वारा तिरंगा फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता की जाएगी. इसके साथ विशिष्ट 2233 फील्ड बैटरी के बहादुर जवानों द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.
इस वर्ष पहली बार ऐसा होगा कि जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, उसी समय भारतीय वायु सेना के दो एमआई 17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की जाएगी. पहले हेलीकॉप्टर के कप्तान विंग कमांडर बलदेव सिंह बिष्ट होंगे, वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर की कमान विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा संभालेंगे. इस पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे. राष्ट्रीय उल्लास के इस पर्व में विभिन्न स्कूलों के 500 एनसीसी कैडेट (सेना,नौसेना और वायु सेना) हिस्सा लेंगे. बता दें कि प्रधानमंत्री ने भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मनाने के लिए मार्च 2021 में गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ शुरू किया था. यह समारोह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा.