अर्ली न्यूज़ नेटवर्क।
लखनऊ। ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 25वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आगामी 22 नवम्बर, शुक्रवार से सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में प्रारम्भ हो रहा है। सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीशों समेत 54 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ सी.एम.एस. गोमती नगर प्रथम कैम्पस ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सम्मेलन की संयोजका एवं सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने दी। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी एवं सम्मेलन के जनरल सेक्रेटरी श्री आर. सी. गुप्ता भी उपस्थित रहे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रो. किंगडन ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन ‘ए गवर्नेन्स फॉर द फ्यूचर’ थीम पर आधारित है एवं विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर व सुखमय भविष्य को समर्पित है। लखनऊ की सरजमीं पर बीते 24 वर्षों से लगातार आयोजित यह सम्मेलन विश्व में एकता, शान्ति, न्याय व बच्चों के अधिकारों की अलख जगा रहा है। इसी कड़ी में ‘25वाँ अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है। प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रो. किंगडन ने बताया कि आगामी 22 नवम्बर को इस एतिहासिक सम्मेलन के उद्घाटन हेतु मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को आमन्त्रित किया गया है। इसके अलावा, श्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री, भारत सरकार, श्री अर्जुन राम मेघवाल, कानून एवं न्यायमंत्री, भारत सरकार, श्री कीर्तिवर्धन सिंह, राज्यमंत्री, विदेश, भारत सरकार, डा. सुधांशु त्रिवेदी, सांसद, राज्यसभा, सुश्री काटालिन नोवाक, पूर्व राष्ट्रपति, हंगरी, सर रॉडनी एरे लारेंस विलियम्स, गवर्नर-जनरल, एंटीगुआ और बारबुडा, न्यायमूर्ति एंथनी थॉमस एक्विनास कार्माेना, पूर्व राष्ट्रपति, त्रिनिदाद और टोबैगो, डा. पाकलिथा बी मोसिसिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो, श्री जीन-हेनरी सेन्ट, पूर्व प्रधानमंत्री, हैती, श्री अल्बान किंग्सफोर्ड सुमाना बागबिन, संसद के अध्यक्ष, घाना एवं न्यायमूर्ति श्री दलवीर भंडारी, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैंड आदि अपनी गरिमामय उपस्थिति से सम्मेलन का गौरव बढ़ायेंगे। इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए प्रो. किंगडन ने बताया कि कि विभिन्न देशों के न्यायविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 20 नवम्बर को नई दिल्ली में एकत्रित होंगे एवं प्रातः 10.00 बजे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि ‘राजघाट’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं इसके उपरान्त दोपहर 12.00 बजे कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। इसी दिन, ये प्रख्यात हस्तियां राष्ट्रपति भवन जायेंगे एवं इसके उपरान्त लोटस टेम्पल में राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा द्वारा आयोजित रात्रिभोज में सम्मिलित होंगे। 21 नवम्बर को सभी प्रख्यात हस्तियाँ आगरा में ताजमहल का दीदार कर लखनऊ के लिए रवाना होंगे। सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊवासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि देश-दुनिया की तमाम प्रख्यात हस्तियाँ एक बार फिर से लखनऊ का नाम विश्वपटल पर आलोकित करने हेतु यहाँ पधार रही है। सी.एम.एस. संस्थापक स्व. डा. जगदीश गाँधी जी ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ में विश्वास रखते हुए आजीवन विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित व सुखमय भविष्य हेतु प्रयासरत रहे। यह उन्हीं के अतुलनीय प्रयासों का प्रतिफल है कि यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित है, जिसमें अब तक 141 देशों के 1480 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश एवं कानूनविद् पधार चुके हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आगामी 22 नवम्बर से शुरू हो रहा यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य हेतु विश्व समाज को एक नई दिशा देगा। सम्मेलन के जनरल सेक्रेटरी श्री आर.सी. गुप्ता ने बताया कि इस ऐतिहासिक सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन 22 नवम्बर, शुक्रवार को प्रातः 9.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा तथापि दिन भर की चर्चा-परिचर्चा के उपरान्त सायं 5.00 बजे विभिन्न देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के सम्मान में भव्य ‘स्वागत समारोह’ आयोजित किया जायेगा। देश के रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे।