शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकारों को दिए ये निर्देश
नई दिल्ली। कोविड -19 मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। इसको देखते हुए ही विभिन्न राज्य सरकारों ने अलग-अलग तारीखों से स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि अभी भी अधिकांश स्थानों पर छात्रों को अनिवार्य रूप से स्कूल में उपस्थिति रहने के लिए नहीं कहा गया है। स्कूल खोले जाने की स्थिति में छात्रों के साथ साथ शिक्षकों एवं स्कूल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाना भी आवश्यक है। ऐसे में शिक्षकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विशेष वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्रालय देशभर में शिक्षकों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करेगा। केंद्र सरकार द्वारा शिक्षकों के वैक्सीनेशन में सभी राज्य सरकारों का सहयोग भी लिया जाएगा। केंद्र सरकार की योजना के तहत, शिक्षक दिवस यानी 5 सितंबर से पहले सभी स्कूलों के शिक्षकों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी। इस बार राज्यों को हर महीने मिलने वाले टीकों के अलावा केंद्र सरकार 2 करोड़ अतिरिक्त टीके उपलब्ध कराने जा रही है।
शिक्षकों के टीकाकरण पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोरोना के खिलाफ हमारी भावी पीढ़ी को सुरक्षित करने के साथ-साथ, इस महामारी से उनकी पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर करने की दिशा में यह निर्णायक कदम साबित होगा।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, मैं सभी राज्य सरकारों से भी अनुरोध करता हूँ कि भविष्य की नींव मजबूत करने दिशा में वो इस मुहिम को अपना समर्थन और सहयोग दें। स्कूली शिक्षकों को प्राथमिकता देकर वैक्सीन लगाने का प्रयास करें।
उन्होंने इस मुहिम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का आभार भी व्यक्त किया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि आगमी शिक्षक दिवस, 5 सितंबर से पहले सभी स्कूलों के शिक्षकों को टीकाकरण में प्राथमिकता देने के लिए हर महीने राज्यों को मिलने वाले टीकों के अलावा अतिरिक्त 2 करोड़ टीके उपलब्ध कराने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।
दरअसल इस महीने हर राज्य को तय वैक्सीन उपलब्ध करवाने की योजना के अतिरिक्त 2 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जा रही हैं।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से अनुरोध किया है कि 5 सितंबर को मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस से पहले सभी स्कूली शिक्षकों को प्राथमिकता देकर वैक्सीन लगाने का प्रयास करें।